रतलाम जिले में एक ट्रॉले ने सड़क किनारे बैठे लोगों को रौंद दिया। हादसे में छह लोगों की मौत हो गई। हादसा टायर फटने से होना बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार हादसा रतलाम जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर सातरूंडा के पास रतलाम इंदौर फोरलेन पर हुआ है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार ट्रॉले की रफ्तार ज्यादा थी और अचानक उसका टायर फट गया। जिससे वह अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बैठकर बस का इंतजार कर रहे लोगों की ओर चला गया और कई को रौंद दिया। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक छह लोगों की मौत हुई है। जबकि कलेक्टर ने पांच लोगों की मौत होने की सूचना दी है। 10 घायल अस्पताल में भर्ती हैं। हादसे के फुटेज देखकर और प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है। मौके पर लोगों के क्षत-विक्षत शव पड़े हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज भिजवाए हैं।
हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। हादसा इतना भयावह है कि जहां-जहां से ट्रॉला गुजरा है, वहां-वहां लाशें पड़ी हैं। ट्रॉले के पहिये के नीचे भी कुछ लोग दबे थे। स्थानीय लोगों की मानें तो दस से ज्यादा लोगों की मौत होने की आशंका जताई जा रही है। घटना रविवार शाम करीब 5 बजे के आसपास की है। सातरुंडा चौराहे पर कुछ लोग सड़क किनारे बैठकर बस का इंतजार कर रहे थे। तभी हाईवे से गुजर रहा ट्रॉला अनियंत्रित हो गया और लोगों को रौंदते हुए निकल गया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हादसे में भंवरलाल पिता गेंदालाल (42) निवासी बखतगढ़, रमेश पिता भीम प्रजापत बदनावर, किरण (35) घोड़ाघाट, भरत चंगेसिया (40) और पारस पाटीदार (45) दोनों निवासी सिमलावदा की मौत हो गई। वहीं राखी पति कन्हैया लाल धाकड़ (बागरौद), भागीरथ दुलाजी (घटघारा), विशाल भंवरलाल चौरड़िया और खुशबू पिता भंवरलाल चौरड़िया (बरवलगढ़), मंगल गोपाल परमार, मधु पिता शंभू परमार और शांतिबाई पति शंभूलाल परमार (ढोलाना), संगीता पति पारस (घोड़ाघाट), निकीत पिता भंवरलाल परमार (बदनावर) घायल हुए हैं।
कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी और पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी भी मौके पर पहुंच गए हैं। घायलों को अस्पताल भिजवाया जा रहा है। बिलपांक थाना पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से अब तक 10 घायलों को रतलाम जिला अस्पताल लाया गया है। इनमें से कुछ ही हालात गंभीर बताई जा रही है। घटनास्थल पर लावारिस हालत में एक बालिका भी मिली है, आशंका है कि बच्ची के स्वजन हादसे में हताहत हुए हैं। हादसे के बाद चालक ट्रक छोड़कर भाग निकला। क्रेन मंगवाकर ट्रक साइड में किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी घटना पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा है कि रतलाम में ग्राम सातरुंडा के पास चौराहे पर हुई दुर्घटना में अमूल्य जिंदगियों के असमय काल कवलित व घायल होने का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
20 दिन पहले भी जिले में चार मजदूरों को रौंद गई थी कार रतलाम जिले के जमुनिया गांव के पास महू-नीमच हाईवे पर तेज रफ्तार कार ने सड़क पर काम कर रहे मजदूरों को रौंद दिया था। हादसे में चार मजदूरों की मौत हो गई, 12 व्यक्ति घायल हो गए। जमुनिया के पास कुछ मजदूर पुलिया पर रैलिंग लगाने का काम कर रहे थे। मंगलवार शाम को इंदौर की तरफ से आ रही तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर मजदूरों को रौंद दिया। हादसा इतना भयानक था कि चार की मौके पर ही मौत हो गई। पढ़ें पूरी खबर…
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रतलाम जिले में एक ट्रॉले ने सड़क किनारे बैठे लोगों को रौंद दिया। हादसे में छह लोगों की मौत हो गई। हादसा टायर फटने से होना बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार हादसा रतलाम जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर सातरूंडा के पास रतलाम इंदौर फोरलेन पर हुआ है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार ट्रॉले की रफ्तार ज्यादा थी और अचानक उसका टायर फट गया। जिससे वह अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बैठकर बस का इंतजार कर रहे लोगों की ओर चला गया और कई को रौंद दिया। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक छह लोगों की मौत हुई है। जबकि कलेक्टर ने पांच लोगों की मौत होने की सूचना दी है। 10 घायल अस्पताल में भर्ती हैं। हादसे के फुटेज देखकर और प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है। मौके पर लोगों के क्षत-विक्षत शव पड़े हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज भिजवाए हैं।