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Bhopal News: स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम बोले- फाइलेरिया रोग के उन्मूलन के लिए जन-सहभागिता बहुत जरूरी

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स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एम.डी.ए.) एवं फाइलेरिया के कम्युनिकेशन कैम्पेन का राज्य स्तरीय शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रभुराम चौधरी ने कहा कि “फाइलेरिया रोग के उन्मूलन के लिए जन- सहभागिता बहुत जरूरी है। राज्य को इस रोग से मुक्त करने के लिए एक साथ मिशन मोड में कार्य करें। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि फाइलेरिया रोग का उन्मूलन गरीबी को कम कर सकता है, असमानता को दूर कर सकता है, स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत कर एक बेहतर समाज का निर्माण कर सकता है। स्वास्थ मध्य प्रदेश के लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार महत्वपूर्ण स्वास्थ्य एवं विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए निरंतर प्रयत्नशील है। फाइलेरिया या हाथीपांव रोग से बचाने के लिए राज्य के 8  जिलों – कटनी, उमरिया, टीकमगढ़, निवाणी , दतिया में (2 दवाओं डीईसी, अल्बंडाजोल के साथ) एवं पन्ना, रीवा एवं छतरपुर में (3 दवाओं डीईसी, अल्बंडाजोल एवं  आईवरमेंक्टिन के साथ ) 10 फरवरी से 22 फरवरी  तक सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जाएगा। 

  

कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त एवं सचिव स्वास्थ्य, डॉ. सुदाम पी. खाड़े ने कहा कि सामूहिक दवा सेवन के सफल क्रियान्वयन के लिए विकास खण्ड स्तर के प्रशिक्षण सुनिश्चित किये जाएं, माइक्रो प्लान को सम्बंधित जिलों के जन-प्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ साझा किया जाए। ताकि कार्यक्रम के अंतर्गत समस्त गतिविधियों का सम्पादन सुचारू रूप से सम्पादित किया जा सके।  इसके साथ ही राज्य में 5 फरवरी से 25 फरवरी तक शुरू होने वाली विकास यात्रा के दौरान फ़ाइलेरिया से सम्बंधित प्रचार- प्रसार सामग्री को यात्रा के दौरान चलने वाले मोबाइल रथों के माध्यम से लगों को दिखाया और सुनाया जाये ताकि इस रोग के बारे में लोगों में जागरूकता बढे। कार्यक्रम के दौरान किसी भी अपरिहार्य स्थिति से निपटने के लिए कॉल सेंटर और कण्ट्रोल रूम स्थापित किये जाएं।

 

मिशन निदेशक, प्रियंका दास ने कहा कि सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम में दवाओं का अभाव कभी नहीं था, केवल लोगों द्वारा इसके सेवन को सुनिश्चित करना एक चुनौती थी। इस चुनौती से निपटने के लिए इस बार हमने कार्यक्रम से लगभग 1 सप्ताह पहले ही लोगों को कम्युनिकेशन कैंपेन के माध्यम से और उपलब्ध अन्य प्रचार प्रसार सामग्री द्वारा जागरूक करना शुरू कर दिया है ताकि लोग इस रोग की गंभीरता को समझते हुए सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम के दौरान दवा सेवकों के सामने ही फ़ाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन सुनिश्चित करें। राज्य सरकार पूरा प्रयास कर रही है कि इस कार्यक्रम के दौरान अंतर विभागीय समन्वय बनाकर कार्य किया जाये। इस बात के अथक प्रयास किये जा रहें हैं कि जिस प्रकार राज्य के 4 जिले फ़ाइलेरिया उन्मूलन के अंतिम पड़ाव पर  हैं उसी तरह अन्य 8 जिलें भी इस रोग के उन्मूलन की दिशा में अग्रसर हों।

 

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