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करोड़पति बने कॉन्स्टेबल की इनसाइड स्टोरी: मंत्री-अफसरों की मिलीभगत से करोड़ों की काली कमाई, जानिए 52KG सोना और 12 करोड़ का कनेक्शन ?

Bhopal IT Raid: Crorepati RTO Constable | Saurabh Sharma: लोकायुक्त और आयकर ने पूर्व परिवहन आरक्षक सौरभ शर्मा के ठिकानों से 3 करोड़ नकद और 2 करोड़ कीमत की 2 क्विंटल चांदी की सिल्लियां, 10 किलो चांदी के जेवरात और 50 लाख कीमत का सोना बरामद किया है। सौरभ फिलहाल दुबई में है।

Bhopal IT Raid: Crorepati RTO Constable | Saurabh Sharma: जब हमने परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से बात कर एक साधारण परिवहन आरक्षक सौरभ शर्मा के पूरे करियर की पड़ताल की तो पता चला कि नौकरी मिलने से लेकर इस्तीफा देने तक की पूरी कहानी में सरकार काफी मेहरबान रही है। वह नाम से आरक्षक था, लेकिन मंत्रियों और अफसरों का चहेता था।

Bhopal IT Raid: Crorepati RTO Constable | Saurabh Sharma: अफसरों ने बताया कि उसे मप्र की आधी परिवहन चौकियों की जिम्मेदारी दी गई थी। इन चौकियों में आने वाली सारी नकदी का वह खुद ही लेन-देन करता था। वह चौकी पर तैनात इंस्पेक्टर और अन्य अफसरों का ‘हिस्सा’ खुद ही तय करता था। कोई भी अफसर या इंस्पेक्टर उसके काम में दखल नहीं देता था।

पढ़िए कैसे एक साधारण कांस्टेबल ने सात साल में करोड़ों की संपत्ति बनाई और सत्ता के गलियारे में अपना रसूख कायम किया..

4 पॉइंट्स में जानिए कैसे हुई सरकार की कृपा?

1. स्वास्थ्य विभाग की जगह परिवहन विभाग में मिली अनुकंपा नियुक्ति

परिवहन विभाग में पदस्थ वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि सौरभ के पिता स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ थे. वर्ष 2016 में उनकी अचानक मौत के बाद सौरभ ने उनकी जगह अनुकंपा नियुक्ति के लिए आवेदन किया.

Bhopal IT Raid: Crorepati RTO Constable | Saurabh Sharma: स्वास्थ्य विभाग ने एक विशेष नोटशीट लिखी कि वहां कोई पद खाली नहीं है. अधिकारियों के मुताबिक ऐसा इसलिए किया गया ताकि सौरभ शर्मा को मनचाहे विभाग में अनुकंपा नियुक्ति मिल सके.

Bhopal IT Raid: Crorepati RTO Constable | Saurabh Sharma: अधिकारियों के मुताबिक परिवहन विभाग में अनुकंपा नियुक्ति आमतौर पर इतनी आसानी से नहीं मिलती. इसके लिए ऊंची पहुंच यानी राजनीतिक संपर्क होना बहुत जरूरी है.

Bhopal IT Raid: Crorepati RTO Constable | Saurabh Sharma: परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सौरभ के 2016 की तत्कालीन सरकार में भी ऊंचे स्तर पर संपर्क थे. यही वजह रही कि उनकी नियुक्ति की प्रक्रिया बहुत तेजी से पूरी हुई.

2. पहले दफ्तर में पदस्थ, फिर चेक पोस्ट का काम

अधिकारियों के मुताबिक अक्टूबर 2016 में सौरभ की भर्ती के बाद उनकी पहली पोस्टिंग ग्वालियर परिवहन विभाग में हुई थी। लेकिन, जल्द ही उन्हें चेक पोस्ट पर नियुक्त कर दिया गया। साल 2019 तक वे चेक पोस्ट पर रहे, इसके बाद वे फ्लाइंग स्क्वॉड में आ गए। इस समय प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी।

Bhopal IT Raid: Crorepati RTO Constable | Saurabh Sharma: मार्च 2020 में जब मध्य प्रदेश में कमल नाथ सरकार का तख्ता पलटा और शिवराज सरकार की वापसी हुई तो मंत्रालय में भी बदलाव हुए। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि जुलाई 2020 में चेक पोस्ट पर नई व्यवस्था बनाई गई।

Bhopal IT Raid: Crorepati RTO Constable | Saurabh Sharma: अधिकारियों को विश्वास में लिए बिना मालवा निमाड़ की चेक पोस्ट का काम सौरभ को सौंप दिया गया। इस फैसले से उस समय के अधिकारी नाराज थे।

Bhopal IT Raid: Crorepati RTO Constable | Saurabh Sharma: अधिकारियों के मुताबिक 1 जुलाई 2024 (इस तारीख को सरकार ने चेक पोस्ट बंद करने का फैसला किया है) से पहले मप्र में कुल 47 परिवहन चेक पोस्ट थे, जिनमें से 23 चेक पोस्ट सौरभ संभाल रहे थे।

Bhopal IT Raid: Crorepati RTO Constable | Saurabh Sharma: उसका हस्तक्षेप सीधे उच्च स्तर पर था। वह चेक पोस्ट के प्रभारी अधिकारियों को दरकिनार कर अपनी मर्जी के मुताबिक व्यवस्थाएं करता था।

3. चेक पोस्ट का पैसा कहां जाएगा, यह भी सौरभ ही तय करता था

अधिकारियों के मुताबिक, हर चेक पोस्ट से हर दिन एक तय रकम तय थी। वह खुद ही चेक पोस्ट से यह पैसा वसूलता था और खुद ही इसका वितरण करता था।

Bhopal IT Raid: Crorepati RTO Constable | Saurabh Sharma: परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सौरभ खुद ही चेक पोस्ट से यह रकम व्यवस्थित गंतव्यों तक पहुंचाता था। यही वजह है कि परिवहन विभाग के अधिकारियों का उस पर नियंत्रण नहीं था।

Bhopal IT Raid: Crorepati RTO Constable | Saurabh Sharma: सूत्रों का यह भी कहना है कि 2016 से 2023 तक सरकार और मंत्री बदलते रहे, लेकिन सौरभ की हर सरकार और हर परिवहन मंत्री के बंगले तक बेरोकटोक पहुंच थी।

Bhopal IT Raid: Crorepati RTO Constable | Saurabh Sharma: जब हमने शिवराज सरकार में परिवहन मंत्री रहे और मौजूदा खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से इस संबंध में पूछा तो जवाब मिला कि वे सौरभ शर्मा को नहीं जानते। हालांकि, उन्होंने यह जरूर कहा कि राजनीतिक जीवन में कई लोग आते-जाते हैं, मिलते हैं।

Bhopal IT Raid: Crorepati RTO Constable | Saurabh Sharma: आप हर किसी से करीबी संबंध नहीं रखते हैं। परिवहन विभाग में भी सैकड़ों कांस्टेबल हैं, उनसे मिलना-जुलना होता रहता है। गोविंद सिंह से पहले परिवहन मंत्री रहे भूपेंद्र सिंह से जब संपर्क किया गया तो उनके प्रतिनिधि ने जवाब दिया कि वे इस संबंध में कुछ नहीं कहेंगे।

4. विभागीय जांच के दौरान ही इस्तीफा स्वीकार

परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि चेकपोस्ट पर मनमानी वसूली की शिकायतें मिल रही थीं। 16 जुलाई 2022 को खुद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मप्र के तत्कालीन मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस को पत्र लिखकर चेकपोस्ट पर अवैध वसूली की शिकायत की थी।

Bhopal IT Raid: Crorepati RTO Constable | Saurabh Sharma: उन्होंने पत्र में लिखा था कि महाराष्ट्र और पंजाब के ट्रांसपोर्टरों ने अवैध वसूली की शिकायत की है, जिससे प्रदेश की छवि खराब हो रही है। पत्र की प्रति तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी भेजी गई थी।

Bhopal IT Raid: Crorepati RTO Constable | Saurabh Sharma: अधिकारियों का कहना है कि इस जांच के बीच में ही उनका इस्तीफा 2023 में स्वीकार कर लिया गया। जबकि नियम कहता है कि जांच पूरी होने तक किसी भी कर्मचारी-अधिकारी का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जाता।

Bhopal IT Raid: Crorepati RTO Constable | Saurabh Sharma:  अधिकारियों के मुताबिक सौरभ ने इस्तीफा देने के बाद 3 महीने का नोटिस पीरियड भी पूरा नहीं किया, तीन महीने का वेतन जमा किया और उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया।

21 दिसंबर को दुबई से लौटेंगे सौरभ

सौरभ की निजी जिंदगी को जानने वाले लोग बताते हैं कि सौरभ मूल रूप से ग्वालियर के रहने वाले हैं। उनकी पत्नी दिव्या का मायका जबलपुर में है। सौरभ 4 साल पहले अपने परिवार के साथ भोपाल शिफ्ट हो गए थे। उनकी पत्नी का जन्मदिन दुबई या दिल्ली के किसी फाइव स्टार होटल में मनाया जाता था।

Bhopal IT Raid: Crorepati RTO Constable | Saurabh Sharma: सौरभ की पत्नी दिव्या भी सत्ता के गलियारे में जानी जाती हैं। दिव्या भोपाल के कई नामी क्लबों की सदस्य भी हैं। लोकायुक्त पुलिस ने जब सौरभ के भोपाल स्थित घर पर छापा मारा था, उस समय भी वे दुबई में ही थे। तय कार्यक्रम के अनुसार उन्हें 21 दिसंबर को दुबई से लौटना है।

52 किलो सोना और 11 करोड़ कैश से भी जुड़ रहा कनेक्शन

सौरभ के ठिकानों पर लोकायुक्त की कार्रवाई चल रही थी, इसी बीच 19 और 20 दिसंबर की रात आयकर की टीम ने मेंडोरी के जंगल में एक कार से 52 किलो सोने की ईंटें और 11 करोड़ कैश बरामद किया। कार चेतन गौड़ की बताई जा रही है।

Bhopal IT Raid: Crorepati RTO Constable | Saurabh Sharma: चेतन और सौरभ दोस्त हैं। चेतन भी ग्वालियर का रहने वाला है। हालांकि, आयकर अधिकारियों का कहना है कि वे अभी जांच कर रहे हैं कि यह सोना और नकदी किसकी है?

Bhopal IT Raid: Crorepati RTO Constable | Saurabh Sharma: वजह यह है कि आयकर भोपाल में बिल्डरों के ठिकानों की भी जांच कर रहा है। इधर, लोकायुक्त डीजी जयदीप प्रसाद का कहना है कि 52 किलो सोना और 11 करोड़ नकदी जब्त करने की कार्रवाई आयकर ने की है। यह किसकी है, यह तो वही बता पाएंगे?

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