Bastar Sukma Naxalites Surrender: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौरे का आज पहला दिन है। शाह के आगमन को लेकर पूरे छत्तीसगढ़ में फोर्स अलर्ट पर है। इस दौरान बस्तर के सुकमा में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है।
Bastar Sukma Naxalites Surrender: माओवादियों के दो लाल लड़ाकों ने हथियार डाल दिए हैं। जिससे पीएलजीए को बड़ा नुकसान हुआ है। पीएलजीए बटालियन क्रमांक 1 में सक्रिय दो कट्टर नक्सलियों ने सुकमा पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। छत्तीसगढ़ सरकार ने दोनों माओवादियों पर 16 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।
सुकमा में नक्सल विरोधी अभियान को मिली सफलता
Bastar Sukma Naxalites Surrender: सुकमा में नक्सल विरोधी अभियान को सफलता मिली है। यहां पुणे नार्कोम अभियान और नियाद नेलनार योजना चलाई जा रही है। इसका असर जमीनी स्तर पर दिख रहा है।
Bastar Sukma Naxalites Surrender: इससे प्रभावित होकर भटके हुए युवा समाज की मुख्यधारा में आ रहे हैं और खून-खराबे को अलविदा कह रहे हैं। बस्तर के अंदरूनी इलाकों में भी इसे सफलता मिल रही है।
सुकमा एसडीओपी परमेश्वर तिलकवार ने बताया कि नक्सली संगठन के पीएलजीए बटालियन क्रमांक 1 में सक्रिय 2 हार्डकोर नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है। सरेंडर करने वाला नक्सली मड़कम मुया पीएलजीए बटालियन क्रमांक 1 की कंपनी क्रमांक 2 का पार्टी सदस्य था। उस पर 8 लाख रुपए का इनाम घोषित था। वह भेज्जी का रहने वाला है।
Bastar Sukma Naxalites Surrender: सुकमा एसडीओपी परमेश्वर तिलकवार ने बताया कि दूसरा माओवादी मड़कम सन्ना पीएलजीए बटालियन क्रमांक 1 कंपनी क्रमांक 1 का सदस्य है। वह प्लाटून क्रमांक 3 में सेक्शन बी का सदस्य है। उस पर भी 8 लाख रुपए का इनाम घोषित है।
सरेंडर करने वाले नक्सलियों को दी गई मदद
Bastar Sukma Naxalites Surrender: सरेंडर करने वाले दोनों नक्सलियों को 25-25 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी गई है। सरेंडर करने वाला नक्सली मड़कम मुया बीजीएल लांचर चलाने में माहिर है। मड़कम सन्ना एसएलआर हथियार लेकर चल रहा था। दोनों के सरेंडर करने से लाल लड़ाकों की टीम को बड़ा नुकसान हुआ है। इस तरह पीएलजीए में बड़ी सेंध लग गई है।
Read more- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanista Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS