
Balodabazar violence case MLA Devendra Yadav released from jail after 7 months: छत्तीसगढ़ कांग्रेस में युवा नेताओं की ब्रिगेड में देवेंद्र यादव का नाम आता है। वे वर्तमान में भिलाई से कांग्रेस विधायक हैं। देवेंद्र यादव पूर्व सीएम भूपेश बघेल के करीबी माने जाते हैं। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में उनकी गिनती युवा और तेज तर्रार नेताओं में होती है।
Balodabazar violence case MLA Devendra Yadav released from jail after 7 months: जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार थी, तब देवेंद्र यादव की गिनती प्रभावशाली नेताओं में होती थी। दुर्ग से लेकर रायपुर तक देवेंद्र यादव जमीनी नेता माने जाते हैं। भूपेश बघेल के साथ ही देवेंद्र यादव पीसीसी चीफ दीपक बैज और नेता प्रतिपक्ष के भी करीबी माने जाते हैं।
अब जानिए कैसे और कितने दिन बाद जेल से छूटे ?
Balodabazar violence case MLA Devendra Yadav released from jail after 7 months: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा मामले में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव 7 महीने बाद जेल से रिहा हो गए हैं। देवेंद्र को उनके जन्मदिन के दूसरे दिन यानी 20 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी। वे 17 अगस्त 2024 यानी 188 दिनों से जेल में थे।
सुप्रीम कोर्ट से प्रेम प्रकाश पांडेय को झटका
Balodabazar violence case MLA Devendra Yadav released from jail after 7 months: इसके साथ ही भिलाई विधायक को सुप्रीम कोर्ट ने एक और राहत दी है। देवेंद्र की विधायकी निरस्त करने वाली पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय की याचिका पर रोक लगा दी गई है। प्रेम प्रकाश पांडेय की याचिका हाईकोर्ट में सुनवाई के लायक है या नहीं, अप्रैल में इस पर सुनवाई होगी। देवेंद्र ने अपने खिलाफ दायर अर्जी को खारिज करने हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती दी थी।
अब जानिए बलौदाबाजार हिंसा केस की कहानी ?
Balodabazar violence case MLA Devendra Yadav released from jail after 7 months: 10 जून 2024 को बलौदाबाजार में सतनामी समाज ने जैतखाम तोड़े जाने के विरोध में कलेक्टर और एसपी ऑफिस को आग के हवाले कर दिया था। इस मामले में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव पर भीड़ को उकसाने और आंदोलनकारियों का साथ देने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज किया गया था।
देवेंद्र यादव ने सुप्रीम कोर्ट में क्या दलील दी?
Balodabazar violence case MLA Devendra Yadav released from jail after 7 months: विधायक देवेंद्र यादव ने सुप्रीम कोर्ट में अपने बचाव में कहा कि बलौदाबाजार हिंसा की घटना वाले दिन वे सिर्फ बैठक में शामिल हुए थे, लेकिन वे मंच पर नहीं गए, उन्होंने मंच से कोई भाषण नहीं दिया। इसलिए यह नहीं कहा जा सकता कि उन्होंने भीड़ को उकसाया होगा।
Balodabazar violence case MLA Devendra Yadav released from jail after 7 months: कार्यक्रम में शामिल होने और वापस लौटने का समय हिंसक घटना के समय से बिल्कुल अलग है। देवेंद्र यादव उस जगह मौजूद नहीं थे, जहां हिंसक घटना हुई। उन्हें भिलाई स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया, जो घटना स्थल से कई किलोमीटर दूर है। पुलिस की कार्रवाई पूरी तरह से गलत और राजनीति से प्रेरित है।
बलौदाबाजार हिंसा की टाइमलाइन-
15 मई को सतनामी समाज के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किलोमीटर दूर मनकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में स्थापित धार्मिक प्रतीक जैतखाम को देर रात क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इसके बाद कार्रवाई की मांग उठी और स्थानीय स्तर पर लगातार विरोध प्रदर्शन हुए।
Balodabazar violence case MLA Devendra Yadav released from jail after 7 months: 19 मई को पुलिस ने इस मामले में बिहार से 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला कि ठेकेदार नल-जल योजना के काम का पैसा नहीं दे रहा था। इसलिए आरोपियों ने शराब के नशे में तोड़फोड़ की, लेकिन समाज के लोग इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं थे।
Balodabazar violence case MLA Devendra Yadav released from jail after 7 months: इसी बीच 10 जून को बलौदाबाजार में प्रदर्शन के दौरान लोग अचानक हिंसक हो गए और हंगामा बढ़ता चला गया। हिंसा के दौरान कलेक्टर-एसपी कार्यालय में आग लगा दी गई। कई वाहन जला दिए गए। इसके बाद कई जनप्रतिनिधियों समेत करीब 200 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
Balodabazar violence case MLA Devendra Yadav released from jail after 7 months: प्रदर्शन का एक वीडियो सामने आया जिसमें देवेंद्र यादव भी शामिल नजर आए। इस मामले में उन्हें नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया गया था। एक बार वे पूछताछ के लिए बलौदाबाजार भी पहुंचे थे। इसके बाद 17 अगस्त को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
छत्तीसगढ़ कोयला लेवी घोटाला
Devendra Yadav Facing Many Cases: छत्तीसगढ़ में कथित कोयला लेवी घोटाले में भी देवेंद्र यादव का नाम सामने आया है। इस मामले में ईडी ने कई बार देवेंद्र यादव से पूछताछ की है। उसके बाद देवेंद्र यादव हाईकोर्ट गए जहां भी उन्हें राहत नहीं मिली।
Devendra Yadav Facing Many Cases: इसमें देवेंद्र यादव की जमानत याचिका भी मार्च 2024 के महीने में खारिज हो चुकी है। कोयला घोटाले में कार्रवाई पर देवेंद्र यादव ने मोदी सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।
एमएमएस कांड के आरोपों में फंसे हैं देवेंद्र यादव
Devendra Yadav Facing Many Cases: नवंबर 2023 में भिलाई विधायक देवेंद्र यादव का नाम एक एमएमएस से जुड़ा था। देवेंद्र यादव ने इस वीडियो को भाजपा की साजिश बताया था। देवेंद्र यादव ने कहा कि एआई के जमाने में इस तरह का वीडियो बनाना आसान है। यह मेरी छवि खराब करने की भाजपा की साजिश है।
देवेंद्र यादव के राजनीतिक सफर पर एक नजर- Who is Devendra Yadav?
Devendra Yadav Facing Many Cases: देवेंद्र यादव की गिनती छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अहम नेताओं में होती है। वे भिलाई से विधानसभा चुनाव लड़कर विधायक बने हैं। साल 2024 में उन्होंने बिलासपुर लोकसभा सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था। इस सीट पर भाजपा के तोखन साहू ने उन्हें हराया था।
कौन हैं देवेंद्र यादव ? Who is Devendra Yadav?
- देवेंद्र यादव भिलाई से कांग्रेस के विधायक हैं
- लगातार दूसरी बार देवेंद्र यादव ने विधानसभा चुनाव जीता
- बीजेपी के बड़े नेता प्रेम प्रकाश पांडेय को हराया
- राजीव युवा मितान क्लब योजना से भी वह जुड़े रहे
- साल 2009-11 तक दुर्ग NSUI के अध्यक्ष रहे
- साल 2011 में वह NSUI के प्रदेश निर्वाचन अधिकारी बने
- साल 2011-14 तक NSUI के राज्य सचिव बने
- साल 2016 में वह भिलाई नगर पालिका निगम के महापौर बने
Who is Devendra Yadav? देवेंद्र यादव ने छात्र राजनीति से प्रदेश की पॉलिटिक्स में धूम मचाई है. दुर्ग भिलाई के साथ साथ छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों में उनकी पहचान एक युवा नेता के तौर पर है.
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