रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के सभी कलाकारों से कलाकार भेंट मुलाकात कार्यक्रम के जरिए मुलाकात की. इस दौरान कलाकार कल्याण महासंघ सीएम बघेल से संगीत शिक्षक और कला शिक्षक भर्ती करने की अपील की. साथ ही यह भी बताया कि, पिछले 23 सालों से भर्तियां नहीं की गई है. जिसका खामियाजा पढ़े लिखे युवाओं को भुगतना पड़ रहा है.
कलाकार कल्याण महासंघ ने आवेदन के जरिए सीएम भूपेश बघेल से कहा कि, हमारे शिक्षा के क्षेत्र में बहुत सारे विषयवार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया विगत कई वर्षों से हाती आ रही है, लेकिन इन सभी के साथ बच्चों के सर्वागिण विकास के लिए जितनी आवश्यकता संगीत शिक्षक कला शिक्षक होनी चाहिए वह पूरी नहीं हो रही है.
आगे महासंघ ने कहा, हमारे प्रदेश में एशिया का प्रथम ललितकलाओं का विश्वविद्यालय इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ है, जिसकी स्थापना सन 1956 में हुई. यह विश्वविद्यालय हमारे प्रदेश का गौरव रहा है. लेकिन वहां से डिग्री-उपाधि देने के बाद विश्वविद्यालय के पास कोई भी सरकारी नौकरी के लिए कोई विज्ञापन आदि कभी नहीं निकलता है, जिसके कारण सभी कलाकार बेरोजगार हैं.
आगे उन्होंने आवेदन के जरिए कहा, बेरोजगारी की समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. जबसे छत्तीसगढ़ राज्य बना है तबसे लेकर आज तक पिछले 23 वर्षों से शासन का कभी इस ओर ध्यान आकर्षित नहीं हुआ, जिस कारण हमारी कला और ज्ञान को सार्थक मार्ग नहीं मिल पा रहा है.
वहीं शासन द्वारा स्कूल के लिए जारी सेटअप में संगीत एवं कला शिक्षक पद का उल्लेख है, लेकिन पद की पूर्ति नहीं की जाती है. हमारे जैसे हजारों युवा हैं, जो संगीत की डिग्री-उपाधि लेकर भी बेरोजगार घूम रहें हैं.
जिस प्रकार प्रदेश में शिक्षक भर्ती कर रोजगार का अवसर दिया जा रहा है, उसी प्रकार संगीत शिक्षक और कला शिक्षक का एक बड़ा समुदाय प्रतीक्षा कर रहा है. यह समुदाय अपने ज्ञान से समाज को नई दिशा देगा और लोगों और बच्चों को अपनी लोक कला संस्कृति से परिचित करवाएगा.
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