Artemis 1 Launch : नासा ने इतिहास रचा, तीसरी कोशिश में लॉन्च किया मून मिशन, चांद पर इंसान के दोबारा पहुंचने की उम्मीद जगी
जानकारी के अनुसार, आज यानी 16 नवंबर को नासा के पास इस मिशन को भेजने के लिए 2 घंटे की लॉन्च विंडो थी। शुरुआत में कुछ तकनीकी दिक्कतों की बात सामने आई थी, जिन्हें समय रहते दुरुस्त कर लिया गया था। दोपहर करीब 12.18 बजे एसएलएस रॉकेट ने अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी।
आर्टिमिस 1 मिशन के लिफ्ट ऑफ का यह तीसरा प्रयास था। यह मिशन अबतक दो बार रद्द हो चुका है। पहली कोशिश के दौरान स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) रॉकेट के RS-25 इंजन में खराबी के कारण मिशन को स्थगित किया गया, जबकि दूसरी बार में रॉकेट और लिक्विड हाइड्रोजन ईंधन फीड लाइन के बीच ‘क्विक डिस्कनेक्ट’ इंटरफेस में हाइड्रोजन रिसाव के कारण मिशन को टालना पड़ा।
50 साल बाद इंसान को फिर से चांद पर उतारने की है तैयारी
नासा एकबार फिर से इंसान को चंद्रमा पर भेजना चाहती है। उसने इसके लिए आर्टेमिस मिशन तैयार किया है। आर्टेमिस 1 इसकी शुरुआत होगा। इस मिशन के लिए नासा अबतक का सबसे पावरफुल रॉकेट तैयार कर चुकी है। इसका नाम स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) रॉकेट है। आर्टेमिस-1 मिशन के साथ ही अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर नहीं भेजा जाएगा। नासा पहले चंद्रमा पर एक मानव रहित ओरियन कैप्सूल भेजेगी। इसके बाद इंसान को चांद पर भेजने के बारे में फैसला लिया जाएगा।
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