अमरकंटक में राज्यपाल ने जनजातीय व्यंजनों का चखा स्वाद: मंगूभाई पटेल बोले- आदिवासी समाज अपने बच्चों को शिक्षित करे, शिक्षा से ही समाज में आएगा बदलाव
Governor Mangubhai Patel in Amarkantak: मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल शनिवार को अमरकंटक दौरे पर पहुंचे। यहां आदिवासी लोक परंपरा के अनुरूप राज्यपाल का स्वागत किया गया। राज्यपाल ने बैगा जनजाति के लोगों से बात की। उन्होंने आदिवासी परंपरा के अनुसार भोजन भी तैयार कराया। उन्होंने जनजाति समाज के लोगों से संवाद किया और पारंपरिक भोजन का स्वाद लिया।
शिक्षा से ही समाज में आयेगा बदलाव- राज्यपाल
राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बैगा, भारिया, सहरिया सहित अन्य जनजातियों के कल्याण के लिए 24 हजार करोड़ रुपये की योजनाएं स्वीकृत की हैं। प्रधानमंत्री जनजातीय समुदाय के कल्याण के लिए लगातार काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज को अपने बच्चों को शिक्षित कर सक्षम बनाने की जरूरत है.
शिक्षा से ही समाज में बदलाव आयेगा। उन्होंने आदिवासी समाज से अपील करते हुए कहा कि समाज के प्रमुख लोगों को समाज में शिक्षा की अलख जगाने के लिए जनजागरूकता लाने का काम करना चाहिए. इससे सामाजिक विकास की मुख्य धारा जुड़ेगी। उन्होंने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने आदिवासी समाज के बदलाव के लिए उल्लेखनीय काम किया है।
बाहर निकलते समय राज्यपाल की नजर ग्राम सरहकोना के वृद्ध जोनू बैगा पर पड़ी और वे रुककर उनका हालचाल पूछने लगे। उनसे उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली. उन्होंने मौके पर ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को वृद्ध जोनू बैगा के स्वास्थ्य की जांच कर उचित इलाज करने के निर्देश दिये।
राज्यपाल ने जनजातीय व्यंजनों का स्वाद चखा
राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने आदिवासी बाहुल्य ग्राम सरहाकोना में विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समुदाय की बिरसी बाई के निवास पहुंचकर पारिवारिक स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने सरकारी योजनाओं के बारे में भी पूछा कि आपको किन-किन योजनाओं का लाभ मिला है।
उन्होंने बिरसी बाई द्वारा बनाये गये आदिवासी भोजन का स्वाद चखा। भोजन में राज्यपाल मंगूभाई पटेल को आदिवासी परंपरा के अनुसार एक थाली में कोदो से बनी खीर, इडली और पकरी भाजी परोसी गयी. उन्होंने आदिवासी भोजन की सराहना की. राज्यपाल को अपने घर में पाकर बिरसी बाई काफी खुश नजर आईं।
गांव में सर्वे कर ग्रामीणों के स्वास्थ्य परीक्षण व उपचार के निर्देश दिए। कलेक्टर ने राज्यपाल को ग्राम सरहाकोना के विकास कार्यों की जानकारी दी। मां नर्मदा की गोद में स्थित मैकल पर्वत श्रृंखला में छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित पुष्पराजगढ़ जिले की ग्राम पंचायत बिजौरी के ग्राम सरहाकोना में 31 बैगा परिवार हैं।
जिनकी कुल जनसंख्या 108 है। इन परिवारों के 10 सदस्य इंदिरा गांधी जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक में कार्यरत हैं। अन्य दो सदस्य ड्राइवर हैं। कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने राज्यपाल को बताया कि प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत गांव के कुल 13 परिवारों के लिए आवास स्वीकृत हो चुके हैं और 15 परिवारों को आवास मिल चुके हैं।
कलेक्टर ने बताया कि पीएम सम्मान निधि योजना से कुल 16 परिवार लाभान्वित हैं, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत कुल 91 व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड बनाये गये हैं। उन्होंने बताया कि सरहा टोला गांव में विद्यालय भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
गांव को जोड़ने वाली सड़क का काम भी किया जा रहा है। इसके साथ ही ग्रामीण परिवार खरीफ फसलों में धान, कोदो, कुटकी, मक्का और रबी फसलों में चना, मटर और मसूर का उत्पादन करते हैं।
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