अनूपपुर। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हर्षल पंचोली लगातार कार्रवाई कर रहे हैं. लापरवाह अधिकारियों को एक के बाद एक एक्शन लेकर सस्पेंड कर रहे हैं, जिससे कोताही बरतने वालों पर खौफ का माहौल है. इसी बीच जिला पंचायत CEO ने एक लापरवाह सचिव को निलंबित किया. वहीं पुष्पराजगढ़ के पंचायतों की बात की जाए, तो यहां घोटाले और कारनामों की बाढ़ आई हुई है, लेकिन CEO साहब की इधर नजर नहीं पड़ रही है, जिससे घोटालेबाजों के हौसले बुलंद हो गए हैं.
दरअसल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हर्षल पंचोली अपने सख्त तेवर के लिए जाने जाते हैं. लापरवाह कर्मचारी औऱ अधिकारियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हैं. इसी को लेकर जिला पंचायत CEO ने जनपद पंचायत जैतहरी के ग्राम पंचायत कोलमी के सचिव विजय पटेल को निलंबित किया है.
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत 116 अपूर्ण आवासों में से जनवरी माह में कुल 04 आवास पूर्ण कराये जाने और 34 आवासों में तृतीय किस्त की राशि प्राप्त होने के पश्चात भी कार्यों में रुचि न लेते हुए लापरवाही बरतने पर म.प्र. पंचायत सेवा (अनुशासन तथा अपील) नियम 1999 भाग 2 नियम 4 के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है.
निलंबन अवधि में ग्राम पंचायत कोलमी के सचिव विजय पटेल का मुख्यालय जनपद पंचायत जैतहरी नियत किया गया है. इन्हें निलंबन अवधि में जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा. ग्राम पंचायत मझगवां के सचिव सम्मेलाल राठौर को अपने कार्य के साथ-साथ ग्राम पंचायत कोलमी का अतिरिक्त प्रभार अग्रिम आदेश तक अस्थाई रूप से सौंपा गया है.
बहरहाल, पुष्पराजगढ़ समेत कई ऐसे इलाके हैं, जहां भ्रष्टाचार की बाढ़ आई हुई है, जिसकी शिकायतें भी हो रही हैं, लेकिन कार्रवाई चंद लोगों पर की जा रही है. घोटाले की भरमार है, लेकिन जिम्मेदारों का ध्यान नहीं जा रहा है, जिससे घोटाले पर घोटाले हो रहे हैं. भ्रष्टाचारी फर्जी बिल लगाकर और विकासकार्यों के नाम पर राशि गबन कर रहे हैं.