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‘महादेव बुक’ के बाद ‘शिव बुक’ की छत्तीसगढ़ में एंट्री: दोनों का सोर्स कोड एक, 20 करोड़ का ट्रांजेक्शन, नेटवर्क के जरिए हवाला-बिटकॉइन-ड्रग्स का लेनदेन

After Mahadev Book Shiva Book enters Chhattisgarh: ‘महादेव बुक’ के बाद अब ‘शिवा बुक’ सट्टा ऐप ने छत्तीसगढ़ में दस्तक दे दी है। खैरागढ़ पुलिस के मुताबिक, ‘शिवा बुक’ नाम के सट्टा ऐप के जरिए 20 करोड़ का लेन-देन हुआ है। जांच में इसका कनेक्शन दुर्ग और नागपुर दो जगहों से मिला है। बताया जा रहा है कि इस ऐप के तार दुबई तक फैले हैं।

मामला खैरागढ़ थाना क्षेत्र का है। सट्टेबाजों ने महाराष्ट्र के नागपुर में एक फ्लैट किराए पर लिया था, वहीं से इसका संचालन होता था। ये मोबाइल-लैपटॉप से ​​ऑनलाइन गेमिंग ऐप पर सट्टा लगाते थे। 11 जुलाई को पुलिस ने नागपुर से 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, ये सभी छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं।

आरोपियों के पास से मोबाइल, लैपटॉप और कैश जब्त किए गए हैं।

ऐसी पहुंची पुलिस

जांच में सामने आया है कि जिस सर्वर से महादेव बुक चलाया जाता था उसी सर्वर से इस ‘शिवा एप’ का भी इस्तेमाल हो रहा था। पुलिस इस डिटेल्स की जांच कर रही है और ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि, कहीं इसका कनेक्शन हवाला, ड्रग्स और बिटकॉइन के संदिग्ध लेनदेन में तो नहीं।

पुलिस के मुताबिक छुई खदान थाना क्षेत्र में ऑनलाइन सट्टा और जुआ खिलाने की शिकायत पर 18 जून को एक आरोपी को गिरफ्तार किया था, तब शिवा बुक सट्टा एप की जानकारी मिली थी। इसकी जांच के बाद दुर्ग और नागपुर में इसके दो ब्रांच का पता चला, जहां कार्रवाई की गई।

महादेव और शिवा बुक का सोर्स कोड एक

बता दें कि छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा एप ब्लॉक किया गया है,​ जो लोग महादेव एप में पैसा लगाते थे वो अब शिवा बुक पर दांव लगा रहे हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि महादेव बुक, अन्ना रेड्डी, लोटस, शिवनाथ और शिवा बुक जैसे एप एक ही सर्वर से चलते हैं। सभी एप एक ही सोर्स कोड पर काम करते हैं।

एजेंसियों के मुताबिक, यह नेटवर्क हवाला, ड्रग्स और बिटकॉइन के संदिग्ध लेनदेन में भी शामिल रहा है। खैरागढ़ पुलिस जब्त डेटा और बैंक डिटेल्स की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या शिवा बुक एप का नेटवर्क महादेव बुक या अन्ना रेड्डी रैकेट से लिंक है।

पुलिस ने 6 आरोपियों को पकड़ा है।

नगद, मोबाइल, लैपटॉप बरामद

आरोपियों के कब्जे से 50 हजार रुपए नगद और बैंक खातों में 2.28 लाख रुपए जब्त किए हैं। इसके अलावा 25 मोबाइल फोन, 2 लैपटॉप, 26 एटीएम कार्ड, 19 बैंक पासबुक और 14 चेकबुक भी मिले हैं। आरोपियों के पास से 8 आधार कार्ड, पासपोर्ट और सट्टे के हिसाब-किताब के रजिस्टर भी बरामद हुए हैं।

पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने बैंक खातों और UPI से 20 करोड़ रुपए से ज्यादा का लेनदेन किया है। एसपी लक्ष्य शर्मा के निर्देश पर सायबर सेल और थाना छुईखदान की टीम ने नागपुर में कार्रवाई की।

पुलिस के मुताबिक, इस नेटवर्क का मुख्य संचालक दुर्ग का रहने वाला है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। इस नेटवर्क में और भी लोगों की संलिप्तता की संभावना है।

19 बैंक पासबुक और 14 चेकबुक, पासपोर्ट भी मिले।

अभी और कार्रवाई होना बाकी – SP लक्ष्य शर्मा

एसपी लक्ष्य शर्मा ने बताया कि 18 जून 2025 को खैरागढ़ का एक व्यक्ति ऑनलाइन जुआ खेल रहा था, तब पुलिस ने उसे पकड़ा। फिर इस एप के सर्वर को ट्रेस किया गया, जिससे 2 ब्रांच का पता चला। एक ब्रांच दुर्ग में थी दूसरी ब्रांच नागपुर में थी। पुलिस के मुताबिक अभी इसमें और कार्रवाई होना बाकी है।

इन आरोपियों के नाम पुलिस ने बताया है

  1. क्षत्रपाल पटेल (उम्र 21 वर्ष), डोंगरगढ़, राजनांदगांव (छ.ग.)
  2. निकुंज पन्ना (उम्र 24 वर्ष), किलकिला, जशपुर
  3. समीर बड़ा (उम्र 22 वर्ष), किलकिला, जशपुर (छ.ग.)
  4. धनंजन सिंह (उम्र 34 वर्ष), सुपेला दुर्ग
  5. चंद्रशेखर अहिरवार (उम्र 33 वर्ष), सुपेला, दुर्ग)
  6. डूमेश श्रीवास (उम्र 21 वर्ष), सुपेला दुर्ग )

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