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Chhindwara: पांढुर्णा में लंपी वायरस से संदिग्ध एक गाय की मौत, चार दिन से थी बीमार

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छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा में लंपी वायरस से संदिग्ध एक गाय की मौत हो गई। दरअसल, रविदास वार्ड के मयूर गजानंद केवटे की गाय पिछले चार दिन से बीमार थी और वह दुधारू थी। ऐसे में बुधवार को उसने दम तोड़ दिया, जिसके बाद मयूर ने अपने पूरे परिवार के साथ गाय का विधि-विधान के साथ अंतिम संस्कार किया।

बता दें, मयूर केवटे का कहना है कि गोवर्धन पूजा के दिन गौमाता की मौत होने से वह सदमे में हैं। पांढुर्णा में इससे पहले पारडी निवासी किसान माधवराव कोरडे के लंपी वायरस से संदिग्ध बैल की मौत लंपी वायरस के कारण हुई थी। ऐसे में अब लगातार मवेशियों की मौत से पशु चिकित्सा विभाग की कार्य शैली पर सवालिया निशान लगा दिया है।

गौर किया जाए तो पशु चिकित्सा विभाग की ओर से लगातार इस बात से इनकार किया जा रहा है कि अभी तक जिले में कहीं भी लंपी वायरस की पुष्टि नहीं हुई है। ऐसे में समझा जा सकता है कि किस तरह से पशु चिकित्सा विभाग के दावे और पशुओं की मौत को लेकर असमंजस की स्थिति है। 

जारी है टीकाकरण, चिन्हित किए जा रहे मवेशी..
इस सबंध में पशु चिकित्सक डॉक्टर केतन पांडे ने बताया, मवेशियों को लंपी वायरस से बचाने के लिए टीकाकरण किया जा रहा है। ऐसे पशुओं, जिसमें हल्के लक्ष्ण दिख रहे हैं उन्हें अन्य मवेशियों से अलग किया जा रहा है। हालांकि, पशु चिकित्सा विभाग की ओर से जो दावे किए जा रहे हैं, उस पर सवाल उठने लगे हैं।

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छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा में लंपी वायरस से संदिग्ध एक गाय की मौत हो गई। दरअसल, रविदास वार्ड के मयूर गजानंद केवटे की गाय पिछले चार दिन से बीमार थी और वह दुधारू थी। ऐसे में बुधवार को उसने दम तोड़ दिया, जिसके बाद मयूर ने अपने पूरे परिवार के साथ गाय का विधि-विधान के साथ अंतिम संस्कार किया।

बता दें, मयूर केवटे का कहना है कि गोवर्धन पूजा के दिन गौमाता की मौत होने से वह सदमे में हैं। पांढुर्णा में इससे पहले पारडी निवासी किसान माधवराव कोरडे के लंपी वायरस से संदिग्ध बैल की मौत लंपी वायरस के कारण हुई थी। ऐसे में अब लगातार मवेशियों की मौत से पशु चिकित्सा विभाग की कार्य शैली पर सवालिया निशान लगा दिया है।

गौर किया जाए तो पशु चिकित्सा विभाग की ओर से लगातार इस बात से इनकार किया जा रहा है कि अभी तक जिले में कहीं भी लंपी वायरस की पुष्टि नहीं हुई है। ऐसे में समझा जा सकता है कि किस तरह से पशु चिकित्सा विभाग के दावे और पशुओं की मौत को लेकर असमंजस की स्थिति है। 

जारी है टीकाकरण, चिन्हित किए जा रहे मवेशी..

इस सबंध में पशु चिकित्सक डॉक्टर केतन पांडे ने बताया, मवेशियों को लंपी वायरस से बचाने के लिए टीकाकरण किया जा रहा है। ऐसे पशुओं, जिसमें हल्के लक्ष्ण दिख रहे हैं उन्हें अन्य मवेशियों से अलग किया जा रहा है। हालांकि, पशु चिकित्सा विभाग की ओर से जो दावे किए जा रहे हैं, उस पर सवाल उठने लगे हैं।

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