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Madhya Pradesh: भोपाल की जिस शराब दुकान पर उमा भारती ने पत्थर फेंका, साढ़े पांच माह बाद उसे हटाने के आदेश जारी

भोपाल: मध्य प्रदेश में शराबबंदी को लेकर सक्रिय भाजपा की फायर ब्रांड नेत्री उमा भारती को अपने अभियान में कुछ सफलता मिलती दिख रही है। 13 मार्च को भोपाल की जिस दुकान पर उन्होंने पत्थर मारा था, उसे हटाने के आदेश जारी हो गए हैं। हालांकि इसमें साढ़े पांच महीने से ज्यादा का वक्त लग गया। जबकि उमा ने सात दिन में दुकान हटाने की चेतावनी दी थी।

बता दें कि मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती बीते कुछ महीनों से प्रदेश में शराब बंदी को लेकर सक्रिय हैं। वे खुलकर इस बारे में बयान भी दे चुकी हैं। सरकार की नीति को चुनौती दे चुकी हैं। शराब दुकान को हटाने के जारी आदेश को उनकी पहली जीत के रूप में देखा जा रहा है।

क्या है आदेश में

सहायक आबकारी आयुक्त की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि जन भावनाओं और लोकशांति को ध्यान में रखते हुए मध्य प्रदेश आबकारी अधिनियम 1915 के अंतर्गत सामान्य अनुज्ञप्ति शर्त क्रमांक 5 में प्रदत्त शक्ति के अधीन यह आदेशित किया जाता है कि आप कंपोजिट मदिरा दुकान बरखेड़ा पठानी क्रमांक 2 को वर्तमान स्थल से हटाकर निर्धारित सीमा क्षेत्र में अन्यत्र कहीं नई जगह का चयन कर स्थानांतरित करें।

आदेश में ये भी कहा गया है कि वर्तमान में जहां दुकान है वहां के रहवासियों और जन प्रतिनिधितों द्वारा दुकान को हटाने के संबंध में शिकायतें मिल रही हैं, साथ ही धरना-प्रदर्शन हो रहे हैं।

क्यों मारा था पत्थर उमा ने

 

शराब दुकान पर उमा का पत्थर यूं तो शराबबंदी अभियान का एक हिस्सा माना गया था। पर दुकान पर पत्थर मारने के बाद उमा भारती ने शिवराज सिंह को पत्र लिखकर बात स्पष्ट की थी। उन्होंने कहा था कि कुछ महिलाओं ने रोते हुए बताया कि शराबी लोग शराब दुकान के पीछे खड़े होकर महिला-बच्चों की तरफ खड़े होकर लघुशंका करते हैं।

महिलाओं और बच्चियों को लज्जित करते हैं। मैं एक महिला हूं। रोती हुई महिलाओं के सम्मान की रक्षा में मैंने पूरी ताकत से एक पत्थर शराब की बोतलों में मारा है क्योंकि वह नियम विरुद्ध जगहों पर थीं। वह पत्थर जो मैंने मारा है, वह प्रदेश की स्त्रियों और बच्चियों के सम्मान के लिए हुआ है।

उमा ने जताई थी शराब नीति में परिवर्तन की संभावना

उमा भारती मध्य प्रदेश में शराबबंदी को लेकर कई बार मुखर हो चुकी हैं। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी पत्र लिख चुकी हैं। आदेश को उनकी पहली जीत के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि मामले में उमा भारती की कोई प्रतिक्रिया अब तक सामने नहीं आई है।

बता दें कि हाल में उमा ने ट्वीट कर बताया था अभी हाल ही में मेरी और शिवराज जी की दो बैठकें हो चुकी हैं। वर्तमान शराब नीति में यथासंभव परिवर्तन तथा नई शराब नीति का प्रारूप दोनों पर कुछ ही दिनों में रणनीति बन जाएगी। साथ ही उमा ने अगले ट्वीट में 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर मध्य प्रदेश की नारी शक्ति का भोपाल में मेरा आव्हान स्थगित नहीं होने की चेतावनी भी दी थी।

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