Anuppur: सिर पटकते हुए अचानक लड़कियां रोने-चिल्लाने लगीं, शिक्षक-प्राचार्य सब परेशान


इलाज के लिए ले जाया गया अस्पताल
इस हरकत को देखने के बाद स्कूल प्रबंधन ने 108 नंबर डायल किया गया और इसकी सूचना छात्राओं के परिजनों को भी दी गई। विद्यालय में एंबुलेंस के साथ परिजन भी पहुंचे। कुछ लोग अपने बच्चों को लेकर घर चले गए तो कुछ लोगों को एंबुलेंस से इलाज के लिए फुनगा अस्पताल और अनूपपुर जिला अस्पताल ले जाया गया है। अफरा तफरी के माहौल को देखते हुए स्कूल में छुट्टी भी कर दी गई है। स्कूल प्रबंधन इस पर कुछ भी नहीं कह पा रहा है।

स्कूल में कुछ लोग मान रहे भूतप्रेत का साया
बताते चलें अनूपपुर जिले के पयारी हायर सेकेंडरी विद्यालय में अजीबोगरीब मामला सामने आया है। इस विद्यालय में अचानक ही कक्षा में बैठे-बैठे छात्राएं रोने-बिलखने लगती हैं तो कहीं जमीन पर गिर जाती है और बेहोश हो जाती हैंं। यह सभी छात्राएं 11वीं कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक की हैं। कुछ लोगों का कहना है कि स्कूल में भूत-प्रेत का साया है। इसकी वजह से ही ऐसा होता है।

डॉक्टरो ने बताया ये कारण
इस मामले में डॉक्टरों का कहना है कि यह मानसिक विकार है जिसमें कि 1 को देखकर दूसरे लोग भी ऐसा ही करने लगते हैं। परिजनों का कहना है कि हमने जब अपने बच्चों की झाड़फूंक करवाई। तब जाकर बच्चियों को आराम मिला है। लोगों का यह भी कहना है कि इस प्रकार के हालत कई दिनों से हो रही है। कभी-कभार एक या दो छात्राओं के साथ ऐसा होता था लेकिन आज कई छात्राओं ने अचानक ऐसा करना शुरू कर दिया।

स्कूल में भूत प्रेत का साया
नए शैक्षणिक सत्र से स्कूल का संचालन राष्ट्रीय राजमार्ग के समीप निर्मित नए भवन में किया जा रहा है। जिसके बाद से ही छात्राओं को ऐसी समस्या शुरू हुई है। स्कूल पहुंचने पर ही उन्हें ऐसी समस्या होती है घर पहुंचने के बाद यह छात्राएं सामान्य हो जाती हैं। आज फिर ऐसा ही होने पर परिजनों द्वारा मौके पर पहुंचकर तांत्रिक को बुलाने के लिए विद्यालय प्राचार्य से अनुमति मांगी गई। परिजनों का आरोप है कि मैं स्कूल भवन को जिस स्थान पर बनाया गया है वहां भूत प्रेत का साया है। प्राचार्य द्वारा जिस पर सीधे मना करने के साथ ही चिकित्सकों को इसकी जानकारी दी गई

डॉ हरिशंकर वस्त्रकार मेडिकल ऑफिसर फुनगा का कहना है
यह मनोवैज्ञानिक समस्या है पहले 1 छात्रा को ऐसी समस्या हुई फिर उसको देखकर ज्यादा छात्रों में समस्या आ गई है। जिस के इलाज के लिए मन केंद्र भेजा गया है।