किसके सिर सजेगा ‘किरगी’ का ताज ? सियासी रण में कूदे 9 प्रत्याशी, कौन मारेगा बाजी और कौन खाएगा मात ?
रमेश तिवारी, पुष्पराजगढ़। मध्यप्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर सियासी बिगुल बज गया है. रणभेरी बजते ही प्रत्याशी चुनावी रण में कूद गए हैं. सब अपनी-अपनी जीत की तैयारी में लग गए हैं. इसी बीच हम त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए आने वाले आगामी दिनों में पुष्पराजगढ़ मुख्यालय के किरगी ग्राम पंचायत की बात करें, तो किसी हॉट सीट से कम नहीं है. अक्सर इस पंचायत पर सबकी नजरें टिकी होती हैं.
किरगी पंचायत में सरपंच की कुर्सी के लिए 9 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमाने के लिए चुनावी समर में जनता के समक्ष अपनी दावेदारी पेश किए हैं. ग्राम पंचायत किरगी पर पुष्पराजगढ़ के नेताओं की अहम भूमिका होती है, जिसमें सांसद, विधायक के साथ-साथ पक्ष विपक्ष के बड़े-बड़े नेताओं की पैनी नजर रहती है, क्योंकि आने वाले चुनावों में मुख्यालय पंचायत का मैसेज पूरे पुष्पराजगढ़ क्षेत्र में जाता है, जिसके कारण इस पंचायत का चुनाव काफी दिलचस्प और कांटे की टक्कर का होता है.
सभी प्रत्याशी दमखम के साथ चुनावी मैदान में उतर कर जोर आजमाइश कर रहे हैं. 9 प्रत्याशियों के भाग्य में किसके सिर किरगी पंचायत का ताज सजेगा और किसकी मात होगी यह तो 25 तारीख को ही पता चलेगा, लेकिन उससे पहले तपती धूप में सियासी पारा भी हाई हो गया है. मतदान के पश्चात ही सभी प्रत्याशियों का भाग्य पिटारे में कैद हो जाएगा.
वोटर किस पर करेंगे भरोसा ?
ग्राम पंचायत किरगी में 20 वार्ड हैं, जिसमें 3202 मतदाता हैं, 9 प्रत्याशी चुनावी मैदान में जनसेवा का भाव लेकर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इनमें अर्जुन सिंह परस्ते, चंद्रकला सिंह मार्को (गोलू), राजू राम श्याम, विमला नेताम, पवन सिंह धुर्वे, कमला सिंह मरावी, बसंत सिंह, उमेश गोयल और मोहन सिंह मरावी चुनावी रण में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
प्रत्याशी और चुनाव चिन्ह ?
1. अर्जुन सिंह चुनाव चिन्ह चश्मा के साथ विकास के दावे लिए मैदान में है. इनके सिर पर बड़े नेताओं का हाथ है. यह काफी समय से जनता के बीच रहकर सेवा भाव के साथ कार्य कर अपनी जमीन तलाश रहे हैं. युवा वर्ग से भी जुड़े हुए हैं. लोगों के बीच बने रहते हैं, जो अब सियासी रण में सरंपच बनने की सपने बुन रहे हैं.
2. राजू राम श्याम चुनाव चिन्ह सब्जी की टोकरी के साथ चुनाव मैदान में हैं. यह पूर्व में ग्राम पंचायत सचिव के रूप में इसी ग्राम पंचायत में पदस्थ रहकर अपनी सेवाएं दे चुके हैं, जिन्हें ग्राम की जनता भली-भांति जानती है.
3. चंद्रकला सिंह मार्को (गोलू)- गोलू अक्सर युवाओं के बीच पाए जाते हैं, जो खेल हो या फिर कुछ और लोगों से जुड़े रहते हैं, जो अब सरपंच पद के लिए चुनावी रण में कूद पड़े हैं. ये बुजुर्गों से लेकर हर किसी की अक्सर मदद करते नजर आते हैं, जिनका चुनाव चिन्ह नारियल का फल वाला पेड़ है. ये भी पंचायत की सूरत बदलने की दमखम दिखा रहे हैं, युवाओं के लिए कुछ अच्छा करने की बात कहते नजर आ रहे हैं.
4. विमला नेताम चुनाव चिन्ह टेबल लैंप के साथ चुनावी मैदान में है, जो की ग्राम पंचायत का विकास करने के उद्देश्य से सरपंच पद का चुनाव लड़ रही हैं. इनको भी बड़े नेताओं का आशीर्वाद प्राप्त है.
5. कमला सिंह मरावी चुनाव चिन्ह हस्त चलित पंप के साथ मैदान में है. विदित हो कि कमला सिंह मरावी पूर्व सरपंच स्वर्गीय अहिल्याबाई के निधन के बाद पंच पद पर रहते हुए इन्हें कार्य प्रभावी सरपंच बनाया गया था, जिसमें उन्होंने सरपंच की कुर्सी का बिना मेहनत किए स्वाद चखा और अब यह चुनाव मैदान में हैं.
6. बसंत सिंह चुनाव चिन्ह कांच का गिलास के साथ चुनावी मैदान में हैं. यह भी पंचायत का विकास के लिए जनता के बीच जा रहे हैं.
7. उमेश गोयल चुनाव चिन्ह घंटी के साथ चुनाव लड़ रहे हैं यह पूर्व सरपंच कमल गोयल के पुत्र हैं. 2 वर्ष के कार्यकाल के दौरान इनका अविश्वास प्रस्ताव जिन्हें पारित कर पद से पृथक किया गया था. अब जनता के बीच अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
8. पवन सिंह धुर्वे चुनाव चिन्ह अनाज उड़ाता किसान के साथ चुनाव लड़ रहे हैं. ये भी जनता के पास जाकर चुनावी रण जीतने की कवायद कर रहे हैं.
9. मोहन सिंह मरावी चुनाव चिन्ह ताला चाबी के साथ चुनाव मैदान में उतर कर जनता की सेवा और ग्राम के विकास के साथ चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
त्रिकोणीय मुकाबले के आसार
बहरहाल, गांव की जनता की माने तो ग्राम पंचायत किरगी में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार दिख रहे हैं, फिर किसके भाग्य में क्या लिखा है यह कोई नहीं बता सकता है, यह जनता जनार्दन है सब जानती है. ग्राम पंचायत में त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार दिख रहे हैं वैसे सभी प्रत्याशी दमखम के साथ अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. चुनाव मैदान में चुनाव जीतने के लिए ही प्रत्याशी अपनी उम्मीदवारी करता है. ये आने वाला वक्त बताएगा की किसके सिर ‘किरगी’ का ताज सजेगा, कौन मारेगा बाजी और कौन खाएगा मात ?.