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नर्मदा पुनर्जीवन कार्यक्रम: सेंट्रल मिनिस्टर्स के साथ मुख्यमंत्री ने ली मीटिंग, CM शिवराज बोले- MP की जीवन रेखा है मां नर्मदा, बिना दर्शन के लौटे मुखिया

रमेश तिवारी, पुष्पराजगढ़। मध्यप्रदेश में नर्मदा सेवा मिशन के संबंध में विशेष बैठक आयोजित की गई. बैठक में शामिल होने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अमरकंटक पहुंचे (CM in Anuppur). भारत सरकार के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री भूपेन्‍द्र यादव, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, मध्य प्रदेश सरकार के वन मंत्री कुंवर विजय शाह व केंद्र एवं राज्य सरकार के वन अधिकारी मौजूद रहे.

सर्किट हाउस अमरकंटक पहुंचने के पूर्व इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय स्थित हेलीपैड (Amarkantak helipad anuppur) में अधिकारी और जनप्रतिनिधियों ने सीएम शिवराज का भव्य स्वागत किया. (CM shivraj meeting in anuppur)

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नर्मदा मैय्या मध्यप्रदेश की जीवन रेखा है. नर्मदा हमारी आस्था और श्रद्धा का केंद्र है. भौतिक रूप से देखें तो नर्मदा से खेतों की सिंचाई, पीने का पानी और बिजली बनाई जाती है. शिवराज ने कहा हमने नर्मदा सेवा मिशन बनाकर कई काम किए हैं. ताकि नर्मदा का निरंतर प्रवाह होता रहे.

बैठक को संबोधित करते हुए केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि नर्मदा नदी के संरक्षण और संवर्धन के लिए आज नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक में बैठक ली जा रही है. उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी मध्यप्रदेश के साथ-साथ अन्य राज्यों की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक एवं सामाजिक जीवन की आधारषिला है. उन्होंने कहा कि नर्मदा के संरक्षण और संवर्धन से ग्रामीण क्षेत्रों और शहरी क्षेत्रों का विकास होगा.

भारत सरकार के वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री भूपेन्द्र यादव, केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल और मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने अमरकंटक प्रवास के दौरान मां नर्मदा के उद्गम मंदिर पहुंचे. मंत्रियों ने मां नर्मदा के दर्शन किये और फिर पूजा अर्चना कर प्रदेश के नागरिकों के सुख समृद्धि की मंगल कामना की.

अमरकंटक सर्किट हाउस में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक दिवसीय दौरा था. इसमें केंद्रीय और राज्य मंत्री के साथ मुख्यमंत्री ने पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में बैठक ली. ऐसा पहली बार हुआ है जब सीएम शिवराज मां नर्मदा का दर्शन किए बिना लौट आए. यह अब जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है.

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