
CG Border Naxal Madvi Hidma Dandakaranya Most Wanted Maoist: देश में नक्सलवाद के खिलाफ कई दशकों से लड़ाई जा रही है. लाल आतंक के खिलाफ ऑपरेशन में सुरक्षाबलों को बीते कई सालों में कई कामयाबी मिली है. 18 नवंबर 2025 को छत्तीसगढ़ के सुकमा और आंध्र प्रदेश के बॉर्डर पर फोर्स ने खूंखास नक्सली हिड़मा को मार गिराया है. बीते कई सालों में पूरे देश में बड़े नक्सल कमांडरों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है.
10 जुलाई 1970, श्रीकाकुलम नक्सल एनकाउंटर: 10 जुलाई को आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में सुरक्षाबलों को नक्सल अभियान में बड़ी सफलता हासिल हुई थी. श्रीकाकुलम विद्रोह के नेता वेम्पातापु सत्यनारायण और आदिबतला कैलासा मुठभेड़ में मारे गए.
2 नवंबर 1999, करीमनगर नक्सल एनकाउंटर: तत्कालीन आंध्रदेश के करीमनगर जो अभी तेलंगाना का जिला है. यहां 2 नवंबर 1999 को पुलिस और पीडब्ल्यूजी दलम के बीच हुई मुठभेड़ हुई. इस एनकाउंटर में नक्सलियों के केंद्रीय समिति के तीन सदस्य मारे गए थे.
CG Border Naxal Madvi Hidma Dandakaranya Most Wanted Maoist: इनमें दूसरे नंबर के नेता नल्ला आदि रेड्डी और आंध्र प्रदेश राज्य इकाई के सचिव महेश उर्फ संतोष रेड्डी का खात्मा हुआ. पीडब्ल्यूजी की उत्तरी तेलंगाना समिति के सचिव सीलम नरेश उर्फ मुरली भी इनमें शामिल थे. नक्सल संगठन और पीडब्ल्यूजी के तीनों नेताओं पर 12-12 लाख रुपये का इनाम था.

7 मार्च 2005: करीमनगर नक्सल एनकाउंटर: करीमनगर के मुस्ताबाद में नक्सल एनकाउंटर हुआ. यहां के मोहिनीकुंटा गांव के बाहरी इलाके में नक्सली नेता रियाज मारा गया. वह भाकपा (माले) जनशक्ति का नेता था.
17 जून 2006: नल्लामल्ला नक्सल एनकाउंटर: इस मुठभेड़ में मट्टम रविकुमार उर्फ श्रीधर उर्फ अनिल, एक वरिष्ठ माओवादी नेता, येरागोंडापालेम के पास मारा गया.
13 जुलाई 2006: हैदराबाद नक्सल एनकाउंटर: नक्सली ए माधव रेड्डी इस एनकाउंटर में मारा गया. माधव रेड्डी पर आईपीएस अधिकारी जी परदेसी नायडू, चौधरी उमेश चंद्र और विधायक चौधरी नरसी की हत्या का आरोप था.
12 अक्टूबर 2006: संगारेड्डी नक्सल एनकाउंटर: इस एनकाउंटर में नक्सलियों के जनशक्ति राजन्ना गुट के राज्य समिति के नेताओं के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई. इसमें सदस्य और मेडक समिति सचिव मंतुरी नागभूषणम उर्फ संजीव और सुभाष मारा गया.
10 नवंबर 2006: गोपावरम में नक्सली नेता यालागाला अप्पा राव उर्फ ओबुलेसु मारा गया.
28 दिसंबर 2006: विशाखापत्तनम में नक्सली नेता चंद्रमौली मारा गया. वह आंध्र प्रदेश और ओडिशा में नक्सली गतिविधियों को संभालता था.
22 जून 2007: अनंतपुर में शीर्ष माओवादी नेता सांडे राजामौली उर्फ प्रसाद पुलिस एनकाउंटर में ढेर हुआ.
1 जुलाई 2007: आंध्रप्रदेश के वारंगल में भाकपा (माओवादी) का वरिष्ठ सदस्य चेट्टीराजापपैया उर्फ सोमन्ना पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया. वह उत्तरी तेलंगाना विशेष क्षेत्रीय समिति का सचिव सदस्य था और दशकों से अधिक समय से अंडरग्राउंड था.
2 अप्रैल 2008: वारंगल नक्सल मुठभेड़: छत्तीसगढ़ का कुख्यात नक्सली गजेरला सरैया उर्फ आज़ाद उर्फ भास्कर,एक मुठभेड़ में मारा गया. इस एनकाउंटर में आज़ाद की पत्नी भी मारी गई.
24 मई 2009: तड़वई नक्सल एनकाउंटर: इस मुठभेड़ में दो नक्सल कमांडर मारे गए. इनमें नक्सली नेता पटेल सुधाकर रेड्डी उर्फ सूर्यम उर्फ श्रीकांत और कनुगुला वेंकटैया शामिल था. सुधाकर रेड्डी उर्फ सूर्यम समिति सदस्य था जबकि दूसरा राज्य समिति सदस्य था. तड़वई का जंगल गौरप्पा पहाड़ियों के पास स्थित है.

12 मार्च 2010: प्रकाशम और वारंगल नक्सल मुठभेड़: इस नक्सल एनकाउंटर में सखामुरी अप्पा राव और सोलीपेटा कोंडल रेड्डी मारा गया. पुलिस ने दोनों मुठभेड़ स्थलों से एके-47 राइफलें बरामद कीं मारे गए दोनों नेता राज्य समिति सदस्य थे. अप्पा राव पर 10 लाख रुपये का इनाम था, जबकि कोंडल रेड्डी पर 5 लाख रुपये का इनाम था.
2 जुलाई 2010: आदिलाबाद नक्सल एनकाउंटर: इस मुठभेड़ में नक्सल लीडर चेरूकुरी राजकुमार उर्फ आजाद मारा गया. यह नक्सलियों के आंध्र प्रदेश पोलित ब्यूरों का सदस्य था. आदिलाबाद जिले के जोगापुर जंगलों में नक्सल लीडर चेरूकुरी राजकुमार उर्फ आजाद का खात्मा हुआ.
24 नवंबर 2011: मिदनापुर नक्सल एनकाउंटर: इस मुठभेड़ में मल्लोजुला कोटेश्वर राव उर्फ किशनजी मारा गया.
अक्टूबर 2016: मलकानगिरी मुठभेड़ ओडिशा: चार केंद्रीय समिति सदस्य दया उर्फ गरला रवि, आंध्र ओडिशा छत्तीसगढ़ संभाग समिति सचिव, गणेश, मल्लेश और चलपति मुठभेड़ में मारे गए. इसके अलावा, चलपति उर्फ अप्पा राव, उनकी पत्नी अरुणा और एक अन्य नेता बाकुरी वेंकट रमण मूर्ति भी इस मुठभेड़ में मारे गए. रवि पर 20 लाख रुपये का इनाम था, जबकि पूर्वी संभाग के सचिव चलपति पर भी 20 लाख रुपये का इनाम था.
13 नवंबर 2021: गढ़चिरौली नक्सल एनकाउंटर: इस नक्सल मुठभेड़ में नक्सली नेता मिलिंद तेलतुम्बडे मारा गया. इसके साथ 26 अन्य नक्सली मारे गए. मिलिंद तेलतुम्बडे पर 50 लाख रुपये का इनाम था. पुलिस ने बताया कि 58 वर्षीय तेलतुम्बडे माओवादी संगठन के महाराष्ट्र-मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ (एमएमसी) क्षेत्र का प्रभारी था. वह पूर्व आईआईटी प्रोफेसर, दलित बुद्धिजीवी और लेखक आनंद तेलतुम्बडे का छोटा भाई था.
2 दिसंबर 2024: तेलंगाना मुलुगु नक्सल एनकाउंटर: इस मुठभेड़ में 20 लाख का इनामी समेत सात नक्सली मारे गए. मृतकों में तेलंगाना राज्य समिति के सदस्य 35 वर्षीय कुरसम मंगू भी शामिल थे. जिन्हें भद्रू या पपन्ना के नाम से भी जाना जाता है, जो छत्तीसगढ़ के बीजापुर ज़िले के चेरामंगी गांव के निवासी थे. कुरसम मंगू पर 20 लाख रुपये का इनाम घोषित था.
16 जनवरी 2025: बीजापुर नक्सल एनकाउंटर: इस नक्सल मुठभेड़ में नक्सल कमांडर चोक्का राव उर्फ दामोदर मारा गया. वह तेलंगाना के मुलुगु जिले का निवासी था. उसके ऊपर 50 लाख रुपये का इनाम घोषित था. दामोदर राव 55 साल का था. वह तेलंगाना और छत्तीसगढ़ पुलिस की मोस्ट-वांटेड सूची में शामिल था.
21 मई 2025: अबूझमाड़ नक्सल एनकाउंटर: इस मुठभेड़ में नक्सलियों का महासचिव नंबाला केशव राव उर्फ नक्सली बसवाराजू मारा गया. बसवाराजू पर 1.50 करोड़ रुपये का इनाम था.

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