Anuppur में चोरों की चांदी ? ज्वेलरी दुकान की छत तोड़कर जेवर साफ, एक के बाद एक वारदात, आखिर कैसे बेलगाम हो रहा क्राइम ?

अनूपपुर जिले में चोरी की वारदातों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बिजुरी थाना क्षेत्र के कपिलधारा वार्ड-07 में स्थित आरती ज्वेलर्स से बीती रात 50 से 60 हजार रुपए के सोने-चांदी के जेवरात चोरी हो गए। हैरानी की बात यह है कि चोरी दुकान की छत तोड़कर की गई—जो सीधे-सीधे पुलिस की रात्रि गश्त और सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलता है।
छत तोड़ी, ताले तोड़े… और पुलिस सोती रही?
दुकान संचालक विष्णु सोनी ने बताया कि सुबह दुकान पहुंचते ही वे हैरान रह गए। पूरे दुकान में जेवरात बिखरे पड़े थे, तिजोरी के ताले टूटे हुए थे और दुकान की छत फटी हुई थी।
चोर इतने आराम से अंदर घुसे, ताले तोड़े, सामान खंगाला और निकल गए—लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगी। ऐसी घटनाएं यह सवाल खड़ा करती हैं कि क्या जिले में पुलिस की गश्त केवल कागजों में होती है?
50–60 हजार के कीमती जेवरात गायब
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि चोर लगभग 50–60 हजार रुपए के सोने और चांदी के जेवर ले उड़े। दुकान मालिक ने तुरंत बिजुरी थाने में लिखित शिकायत दी, जिसके आधार पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है।
लेकिन जिले में चोरी की लगातार बढ़ती घटनाओं को देखते हुए लोगों का भरोसा पुलिस पर से उठता जा रहा है।
जिले में चोरी की बढ़ती वारदातें—पुलिस पूरी तरह फेल
यह घटना कोई पहली नहीं है। पिछले कुछ महीनों में चोरी के कई मामले पुलिस की नाकामी को उजागर कर चुके हैं—
- कोतमा में मोबाइल की दुकान से 31 मोबाइल चोरी हुए।
- अनूपपुर जिला मुख्यालय में जज के फ्लैट में चोरी, जिसने जिले की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा किया।
- अब ज्वेलरी दुकान से सेंधमारी—वही पुराना पैटर्न, वही ढिलाई।
एक के बाद एक हो रही इन वारदातों ने साबित कर दिया है कि अपराधी निडर हो चुके हैं और पुलिस की कार्रवाई न के बराबर दिख रही है।
पुलिस जांच शुरू—लेकिन भरोसा कौन लौटाएगा?
घटना के बाद पुलिस जांच में जुटी है। पर बड़ा सवाल यह है—आखिर कब तक पुलिस “जांच जारी है” कहकर अपनी जिम्मेदारी से बचती रहेगी? जिले में लगातार बढ़ रही चोरी की वारदातें इस बात का साफ संकेत हैं कि अपराधियों में कानून का कोई डर नहीं बचा।

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