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‘घर में रुपयों की बारिश होगी, बस लड़की कुंवारी हो’: लड़कियों को बेचने वाले गिरोह की कहानी; इनकी लंबाई मापते, पंजे तक चेक करते थे

Madhya Pradesh trafficking case Guna girls Tantra puja scam India: घर पर पैसों की बारिश होगी, इसके लिए हमें तंत्र क्रिया करनी होगी। बस इसके लिए आपकी लड़की को पूजा में बैठना होगा। लड़की और परिवार की सहमति मिलते ही तंत्र क्रिया का आडंबर सजाया जाता है। रातभर पूजा चलती है।

Madhya Pradesh trafficking case Guna girls Tantra puja scam India: यह पूरी तरह से वैसा ही होता है, जैसा फिल्मों में आपने देखा होगा। नजरबंदी कर कुछ रुपए भी बरसाए जाते हैं, जिससे लड़की या परिवार को यकीन हो जाए। हालांकि रातभर पूजन के बाद भी रुपयों की बारिश नहीं होती। ऐसे में कह दिया जाता है, लड़की में ही कुछ कमी है, इसलिए पूजा सफल नहीं हुई। अब लड़की और परिवार को डराने का सिलसिला शुरू होता है। परिवार पर बड़ी परेशानी आ सकती है।

Madhya Pradesh trafficking case Guna girls Tantra puja scam India: हमारे संपर्क में कुछ लोग हैं, जो इसे ठीक कर देंगे और आपको इसके लिए मोटी रकम भी मिलेगी। आप सोच लो। गरीब परिवार या गरीब लड़की को रुपयों का लालच देने वाले यह एक संगठित गिरोह की कहानी है। इसके चार सदस्य गुना पुलिस की गिरफ्त में आए हैं।

Madhya Pradesh trafficking case Guna girls Tantra puja scam India: ये सौदागर लड़की से दोस्ती करते हैं, या परिवार को पहले बहलाते हैं, फिर बाकायदा पूजन के नाम पर लड़कियों की हाइट-हेल्थ नापते। हाथ-पैर और पंजों की नपाई करते। इसके बाद लड़की को देह व्यापार में उतारने की कोशिश करने लगते हैं।

नाबालिग खरीद-फरोख्त की बात कर रहे थे

SP अंकित सोनी को सूचना मिली थी कि एक ऐसा गिरोह सक्रिय हुआ है, जो गरीब बच्चियों को देह व्यापार में धकेलने का काम कर रहा है। इस पर उन्होंने जिले के सभी थाना प्रभारियों को सभी तरह के अवैध और अनैतिक कारोबार पर शिकंजा कसने के निर्देश दिए।

SP सोनी बताते हैं कि 21-22 सितंबर की रात गुना जिले के मधुसूदनगढ़ में गिरोह के सदस्‍य गुना की एक नाबालिग लड़की की खरीद-फरोख्‍त की बात कर रहे थे। मुखबिर ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही गिरोह को पड़ने के लिए ASP मानसिंह ठाकुर के नेतृत्व में डीएसपी मुख्‍यालय जमीलउद्दीन सिद्दिकी थाना जामनेर की एक टीम गठित की।

चाय की दुकान पर नाबालिग के साथ मिले आरोपी

SP सोनी ने बताया कि तीन लड़के, नाबालिग लड़की को लेकर मधुसूदनगढ़ क्षेत्र में एकांत में लेकर गए थे। पुलिस टीम मुखबिर की सूचना पर यहां पहुंची। चाय की दुकान पर एक नाबालिग लड़की समेत 6 संदिग्‍ध खड़े हुए थे। लड़की दूर खड़ी थी। सभी चाय की चुस्की लेते हुए बात कर रहे थे।

पुलिस आगे बढ़ी तो उन्हें शक हो गया, इस पर वहां अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। घेराबंदी की गई, एकदम से भगदड़ मचने से दो लोग अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए, जबकि चार लोगों को दबोच लिया गया। इसके बाद सभी को थाने लाया गया।

चार आरोपी पकड़ाए, दो भागे

पुलिस की गिरफ्त में अंतर सिंह पुत्र रमेश भील (30) निवासी ग्राम विसोनिया, वीरम सिंह पुत्र नाथूलाल बंजारा (25) निवासी ग्राम बेड़ावेह बंजारीपुरा, दोनों जिला राजगढ़, पप्पू पुत्र मंशाराम बंजारा (39) निवासी ग्राम खेरखेड़ी थाना लटेरी विदिशा और अभिषेक पुत्र रतन सिंह पंत (21) निवासी बांसखेड़ी थाना कैंट गुना आए। पुलिस को चकमा देकर भागे दोनों साथियों के नाम उन्होंने आदिल खान निवासी बांसखेड़ी गुना और इदरीश खान निवासी राघौगढ़ बताया।

लड़की बोली- गुमराह किया, घुमाने का कहकर लाए थे

आरोपियों के साथ पुलिस को 17 साल की एक नाबालिग मिली। नाबालिग ने बताया कि 21 सितंबर की शाम परिचित अभिषेक पंत, अपने दोस्त आदिल खान और इदरीश खान के साथ उसे घुमाने का कहकर मधुसूदनगढ़ लाया था। यहां पर ओवर ब्रिज के पास वे लोग चाय पीने के लिए रुके थे। इसी दौरान तीन से चार लोग यहां आ गए। अभिषेक और इदरीश उन सभी को पहले से जानते हैं। वे सभी आपस में बात करने लगे।

नाबालिग का कहना था कि उनकी पूरी बातें तो वह नहीं सुन पाई, लेकिन जितना सुना उससे यह समझ आया कि अभिषेक, आदिल और इदरीश उसे गुमराह कर उसे लेकर आए हैं, जिस प्रकार से बात कर रहे थे, उससे यह समझ आया कि वह उसे देह व्‍यापार के लिए बेचने का प्रयास कर रहे हैं।

लड़की का कहना है कि उसके परिवार की माली हालत ठीक नहीं है। रुपयों की जरूरत थी। अभिषेक ने उससे पहले दोस्ती की और फिर झांसे में लिया। ढेर सारे रुपए मिलने की बात कही थी। वह उन्हीं लोगों से मिलवाने की बात कहकर यहां लाया था। अचानक से पुलिस आ गई और वे सभी वहां से भागने लगे। पुलिस ने मेरे समेत पांच लोगों को पकड़ लिया। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने तीन बाइक और चार मोबाइल बरामद किए हैं।

चारों आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा

गिरफ्तार में आए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे एक संगठित गिरोह के सदस्य हैं। वे ऐसी गरीब लड़कियों या ऐसे परिवारों को खोजते हैं, जिन्हें पैसों की बहुत जरूरत होती है। इनके मिलने पर किसी ने किसी बहाने से गिरोह का एक सदस्य उनके करीब पहुंचता है। बातचीत कर उन्हें झांसे में लेता है। जब वे पूरी तरह से बातों में फंस जाते हैं तो गिरोह का सदस्य उनने कहता है कि मेरे संपर्क में कुछ लोग हैं जो मामूली रकम लेकर एक निश्चित तांत्रिक क्रिया कर नोटों की बारिश करवाते हैं।

उनकी हामी भरते ही गिरोह एक्टिव हो जाता है। उनकी शर्त होती है कि पूजन के लिए लड़की कुंवारी होनी चाहिए। साथ ही यह भी बताते हैं कि उसकी ऊंचाई, वजन और हाथ-पैर के पंजे कैसे होने चाहिए। इसके बाद वे पहले से चिह्नित लड़कियों के घर पहुंचते हैं। यहां लड़कियों की खरीद-फरोख्‍त की पूरी पटकथा तैयार करते हैं।

इंची टेप से लड़की की लंबाई मापते हैं

झांसे में आए परिवार या लड़की को यकीन दिलाने के लिए गिरोह के सदस्य पूजा का पूरा तंत्र तैयार करते हैं। नींबू, कुमकुम समेत सबकुछ फिल्मों की तरह होता है। तंत्र क्रिया के पहले कुंवारी, निश्‍चि‍त ऊंचाई, वजन और जरूरत अनुसार पैर व हाथ के पंजे वाली लड़की का नाप जोख होता है। इसके लिए एक सदस्य बकायदा इंची टेप लिए खड़ा होता है। वजन करने के साथ ही पैर और हथेली के पंजे चेक होते हैं।

माप अनुसार लड़की को उसके नाम, उम्र और दिनांक लिखा, एक पर्चा हाथों में पकड़ाकर उसके फोटो-वीडियो लेते हैं। यह वीडियो गिरोह के सदस्‍यों को भेज दिए जाते हैं, जो फोटो-वीडियो संभावित ग्राहकों को दिखाए जाते हैं। इसके बारे में लड़की या परिवार को कुछ भी पता नहीं होता है।

नोटों की बारिश कराने का देते थे लालच

एसपी के अनुसार – गिरोह के सदस्‍य चिह्नित लड़की को पैसों का लालच देकर तांत्रिक तक पहुंचाते थे। यहां पहले से मंच तैयार होता है। वहां पर तांत्रिक लड़की को गुमराह करता है कि उसके सिर में देवता आएंगे। वही, देवता लड़की के ऊपर नोटों की बारिश करेंगे।

गुमराह कर लड़की को पूजा में बिठाया जाता है। झांसे के पहले नजरबंदी कर नोट बरसाकर दिखाए जाते हैं और फिर उन्‍हें जाल में फंसाकर उनसे और पैसे मंगवाए जाते हैं। इस पूरे घटनाक्रम के फोटो-वीडियो बनाए जाते हैं। अगर पैसे नहीं बरसते हैं तो बोल दिया जाता है कि लड़की में कोई कमी है। इसके बाद लड़की को देह व्‍यापर में धकेलने की कोशिश शुरू होती है।

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