
Chhattisgarh Gariaband NHM employees protested by burning notices: प्रदेशभर में 18 अगस्त से 10 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के 16 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों का आंदोलन लगातार तेज हो रहा है। शनिवार को आंदोलन के 15वें दिन गरियाबंद जिला इकाई के करीब 450 कर्मचारियों ने नोटिस की प्रति जलाकर विरोध जताया और सरकार की दमनकारी नीति के खिलाफ शपथ ली।
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व जिला अध्यक्ष अमृत राव भोंसले, प्रांतीय प्रतिनिधि भूपेश साहू, भूपेंद्र सिन्हा और सभी ब्लॉक अध्यक्षों ने किया। इस दौरान बिंद्रा नवागढ़ विधानसभा के विधायक जनक राम ध्रुव भी आंदोलनकारियों के बीच पहुंचे और मंच से समर्थन जताते हुए कहा कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों का आंदोलन पूरी तरह जायज है। उन्होंने आश्वासन दिया कि कर्मचारियों की पीड़ा को मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और विधानसभा सत्र में मजबूती से उठाएंगे।

अब “आर-पार की लड़ाई” जारी रहेगी
जिला उपाध्यक्ष रजत महतो ने कहा कि दो दशक से संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी शोषण का शिकार हो रहे हैं। 20 साल में से 15 साल भाजपा सरकार रही, लेकिन कर्मचारियों को नियमितीकरण और स्थायीकरण का लाभ नहीं मिला। अब “आर-पार की लड़ाई” जारी रहेगी।

10 मांगों में से पांच मांगें पूरी का खंडन
कर्मचारियों ने स्वास्थ्य मंत्री के इस बयान का खंडन किया कि 10 मांगों में से पांच मांगें पूरी कर दी गई हैं। उनका कहना है कि केवल दो पर आंशिक कार्रवाई हुई है, बाकी पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया। मुख्य मांगों में नियमितीकरण, स्थायीकरण, पब्लिक हेल्थ कैडर, ग्रेड पे और अनुकंपा नियुक्ति शामिल हैं।
सभी मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय 27% वेतनवृद्धि का ऐलान हुआ था, लेकिन एनएचएम कर्मचारियों को अब तक इसका लाभ नहीं मिला। कर्मचारियों ने साफ किया कि जब तक सभी मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा।
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