
Chhattisgarh Bilaspur Uncle stabbed child: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक 13 साल के बच्चे को उसके मामा ने 10 बार चाकू मार दिया। जिससे वह खून से लथपथ हो गया। खून से लथपथ बच्चे ने मरने का नाटक करके अपनी जान बचाई। फिर उसने मदद के लिए चिल्लाकर मदद मांगी।
आवाज़ सुनकर युवक उसे अस्पताल ले गए, बच्चे ने उन्हें बताया कि, उसके परिचित का मामा उसे चॉकलेट देने के बहाने बाइक पर ले गया था। अचानक उसने उस पर चाकू से हमला कर दिया। घटना मस्तूरी थाना क्षेत्र की है। आपको बता दें कि, 7 महीने में 120 चाकूबाजी और 7 हत्या जैसी घटनाओं पर हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है।

जानिए क्या है पूरा मामला
लिमतारा निवासी सूर्यांश बरगाह (13) पुत्र महेश बरगाह स्कूली छात्र है। रविवार दोपहर सूर्यांश अपने दोस्त के साथ खेल रहा था। उसी समय उसके परिचित का मामा आ गया। उसने उसे चॉकलेट और बिस्कुट देने के बहाने बुलाया और अपनी बाइक पर बिठाकर अपने साथ ले गया।
वे उसे गौतौरा के बटाही पुल के पास ले गए और उस पर चाकू से हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले से सूर्यांश घबरा गया और घायल होकर खून से लथपथ हो गया। इस दौरान हमलावर ने उसे मरा हुआ समझकर झाड़ियों में फेंक दिया और भाग गया।

मौके पर पहुँचे युवकों ने उसे अस्पताल पहुँचाया
इस घटना के तुरंत बाद कुछ युवक रेलवे ट्रैक की ओर जा रहे थे। तभी उन्हें “बचाओ, बचाओ” की आवाज़ सुनाई दी। जब युवक मौके पर पहुँचे तो उन्होंने देखा कि बच्चा खून से लथपथ पड़ा था।
उसी समय एक व्यक्ति बैग लेकर भाग रहा था। उन्होंने उसका पीछा भी किया, लेकिन वह भाग निकला। इसके बाद तुरंत डायल 112 को सूचना दी गई और घायल को अस्पताल पहुँचाया गया।
बच्चे ने कहा- मैंने मरने का नाटक करके अपनी जान बचाई
बच्चे को गंभीर हालत में और खून से लथपथ देखकर युवकों ने उसका वीडियो बना लिया। जिसमें बच्चे ने बताया कि उसके चाचा उसे बाइक पर लेकर आए थे। तभी बिस्कुट खिलाने के बाद अचानक पीछे से उस पर हमला कर दिया गया।
वीडियो में बच्चा बता रहा है कि उसने जान बचाने के लिए मरने का नाटक किया और बेहोश हो गया, फिर उसके चाचा उसे झाड़ियों में फेंककर भाग गए। जिसके बाद वह किसी तरह गंभीर हालत में झाड़ियों से बाहर निकला। फिर उसने जान बचाने के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया।
हमलावर की बाइक बरामद, पुलिस नहीं कर पाई आरोपी की पहचान
इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची। जाँच के दौरान पुलिस ने मौके से एक बाइक बरामद की है। जो हमलावर की बताई जा रही है। लेकिन, अभी तक पुलिस हमलावर की पहचान नहीं कर पाई है।
टीआई हरीश टांडेकर ने बताया कि बच्चा बोलने की स्थिति में नहीं है। इसलिए पुलिस आरोपी की पहचान और हमले का कारण पता नहीं लगा पाई है।
बच्चे के होश में आने के बाद ही पता चलेगा कि हमला किसने किया। फिलहाल, हमले का कारण भी सामने नहीं आया है। पुलिस जब्त बाइक के जरिए हमलावर की तलाश का दावा कर रही है।
Read more- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanista Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS