कश्मीर पहलगाम हमला, पाकिस्तान के खिलाफ 5 बड़े फैसले: सिंधु जल संधि रोकी गई, पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द, 48 घंटे में देश छोड़ने को कहा गया

Kashmir Pahalgam attack 5 big decisions against Pakistan: कश्मीर के पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट सुरक्षा बैठक (CCS) में 5 बड़े फैसले लिए गए। बैठक ढाई घंटे तक चली। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, NSA अजीत डोभाल समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, ‘पहलगाम आतंकी हमले की गंभीरता को देखते हुए कैबिनेट सुरक्षा समिति (CCS) ने 5 बड़े फैसले लिए हैं-
सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। उधर, पहलगाम के बैसरन में आतंकी हमले के दूसरे दिन बुधवार को श्रीनगर से दिल्ली तक बैठकों का दौर चला।
पहलगाम हमले में 26 लोगों की मौत हुई है। इनमें एक नेपाली नागरिक है। 20 से ज्यादा लोग घायल हैं। हमला 22 अप्रैल को उस वक्त किया गया, जब बैसरन घाटी में बड़ी तादाद में पर्यटक मौजूद थे। मृतकों में UP, गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के पर्यटक हैं। नेपाल और UAE के एक-एक टूरिस्ट और 2 स्थानीय भी मारे गए।
इधर, सुरक्षा और इंटेलिजेंस एजेंसियों ने पहलगाम अटैक के संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी किए हैं। इनके नाम आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबु तल्हा बताए गए हैं।
इंटेलिजेंस सूत्रों ने बताया कि हमले का मास्टर माइंड लश्कर-ए तैयबा का डिप्टी चीफ सैफुल्लाह खालिद है, जो पाकिस्तान में मौजूद है। शुरुआती जांच में पता चला है कि हमले में 5 आतंकी शामिल थे। इनमें से दो लोकल और 3 पाकिस्तानी आतंकी थे।

- हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी विंग द रजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है।
- पाकिस्तान के डिफेंस मिनिस्टर ख्वाजा आसिफ ने कहा कि इस हमले में हमारा कोई हाथ नहीं है।
- जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों ने पूछताछ के लिए सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया।
- नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) भी जांच के लिए पहलगाम पहुंच गई है।
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर के पुलिस कंट्रोल रूम में पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की।
- जम्मू-कश्मीर में आज बंद का आह्वान किया गया था।
Read More- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanista Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS