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तहसील का बाबू रिश्वत लेते कैमरे में कैद: MP में बोरिंग परमिशन के बदले ले रहा था 1500 रुपए, पढ़िए पूरी बातचीत

MP Betul Tehsil clerk DR Kapse caught on camera taking bribe: एमपी के बैतूल की आमला तहसील का एक क्लर्क किसान से रिश्वत लेते कैमरे में कैद हुआ है। तहसील कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड-2 डीआर कापसे बोरिंग की अनुमति दिलाने के एवज में किसानों से 1500-1500 रुपए ले रहा था।

वीडियो मंगलवार का है, जिसके बाद एसडीएम शैलेंद्र बरोनिया ने तत्काल प्रभाव से उसकी शाखा बदल दी। साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए कलेक्टर को प्रस्ताव भेजा है।

करीब 2 मिनट 50 सेकंड के वीडियो में क्लर्क डीआर कापसे अपनी टेबल पर बैठे नजर आ रहे हैं। एक युवक उनसे बात करता है और बोरिंग फाइल के बदले उन्हें 1500 रुपए देता है, जिस पर क्लर्क बाकी रकम मांगता है। बातचीत के दौरान क्लर्क यहां तक ​​कह देता है, ‘मुझे शाम को हिसाब भी करना है, क्या तुम मेरी जेब से पैसे दोगे?’

युवक और क्लर्क के बीच बातचीत

क्लर्क – तुम्हारा नाम क्या है?

युवक – मिलन बाई

क्लर्क – पेमेंट?

युवक- मैं तुम्हें 15 सौ दूंगा

बाबू- और बाकी पैसे?

युवक- क्या तुम अभी तक पैसे लेकर नहीं आए?

बाबू- आज ही करवा लो। नहीं तो तुम्हारी फाइल पर क्रॉस लगा दिया जाएगा।

युवक- मैं करवा दूंगा, सर।

बाबू- क्या मैं अपनी जेब से पैसे दूंगा? मुझे शाम को हिसाब-किताब भी निपटाना है।

इसके बाद युवक पैसे दे देता है। फिर बाबू उसे आधे घंटे बाद आने को कहता है

पूर्व में भी निलंबित हो चुका है बाबू

सूत्रों के अनुसार, क्लर्क कापसे को पहले आमला से निलंबित कर बैतूल स्थानांतरित किया गया था, लेकिन कुछ समय बाद राजनीतिक संरक्षण के चलते उसे फिर से आमला में पदस्थ कर दिया गया। अब रिश्वत का वीडियो फिर से सामने आने के बाद प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं।

एसडीएम ने कहा- कलेक्टर को प्रस्ताव भेजा

एसडीएम शैलेंद्र बरोनिया ने बताया कि बाबू का यह वीडियो मंगलवार का है। इसके सामने आने के बाद उसे एसडीएम कार्यालय से नायब तहसीलदार कार्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया है। कलेक्टर को कार्रवाई के लिए प्रस्ताव भी भेजा गया है।

कार्रवाई पर उठे सवाल, कांग्रेस ने की सख्त मांग

कांग्रेस नेता मनोज मालवे ने इस मामले पर कड़ी आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि रिश्वतखोरी का यह गंभीर मामला है। बाबू को सस्पेंड कर आमला से हटा देना चाहिए था। सिर्फ शाखा बदलकर उसे छोड़ देना रिश्वतखोरी को संरक्षण देना है।

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