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Taman Sonwani के साले ने 4 लोगों से ठगे 1 करोड़: फूड-इंस्पेक्टर की परीक्षा दिलवाई, फिर फर्जी रिजल्ट बनाया, जानिए पत्नी और रेलवे कर्मचारी की कहानी ?

Taman-Sonwani brother-in-law cheated 4 people of 1 crore: CGPSC घोटाला मामले में जेल में बंद टामन सिंह सोनवानी के साले देवेंद्र जोशी के बाद उसके साथी रेलवे कर्मचारी स्वप्निल दुबे को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने 4 बेरोजगारों से करीब 1 करोड़ रुपए की ठगी की है। बेरोजगारों को खाद्य विभाग, पटवारी और रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा दिया गया था।

Taman-Sonwani brother-in-law cheated 4 people of 1 crore: देवेंद्र जोशी ने पीड़िता अंजना गहिरवार को फूड इंस्पेक्टर की परीक्षा दिलवाई। उसका चयन नहीं हुआ तो उसने फर्जी रिजल्ट तैयार कर उसे दे दिया। उसने अंजना से अलग-अलग किश्तों में 25 लाख रुपए ले लिए, लेकिन नौकरी नहीं लगवाई।

Taman-Sonwani brother-in-law cheated 4 people of 1 crore: पीड़िता अंजना ने 29 जनवरी 2025 को सिविल लाइंस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद अब तक 3 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसमें मास्टरमाइंड देवेंद्र जोशी की पत्नी भी शामिल है।

अब जानिए देवेंद्र ने उसे कैसे झांसे में लेकर फंसाया?

पीड़िता अंजना गहिरवार के अनुसार फरवरी 2021 में वह अपने परिवार के साथ अपने मामा-मामी देवेंद्र जोशी और झगीता जोशी के घर गई थी, जहां बातचीत के दौरान अंजना ने देवेंद्र के साथ काम करने की इच्छा जताई। देवेंद्र जोशी ने अपने संपर्कों और सेटिंग के जरिए उसे नौकरी दिलाने का झांसा दिया।

अब जानिए कैसे देवेंद्र ने उसे झांसे में लेकर फंसाया?

पीड़िता अंजना गहिरवार के अनुसार फरवरी 2021 में वह अपने परिवार के साथ अपने मामा-मामी देवेंद्र जोशी और झगीता जोशी के घर गई थी, जहां बातचीत के दौरान अंजना ने देवेंद्र के साथ काम करने की इच्छा जताई। देवेंद्र जोशी ने अपने संपर्कों और सेटिंग के जरिए उसे नौकरी दिलाने का झांसा दिया।

Taman-Sonwani brother-in-law cheated 4 people of 1 crore: अंजना गहिरवार ने बताया कि कुछ दिन बाद देवेंद्र जोशी ने उसे व्हाट्सएप पर कॉल किया। देवेंद्र ने कॉल पर कहा कि फूड इंस्पेक्टर की वैकेंसी है, वह उसे नौकरी लगवा देगा। अगर तुम्हें नौकरी चाहिए तो बताओ।

फर्जी रिजल्ट तैयार कर अंजना को दे दिया

देवेंद्र जोशी की बातों पर विश्वास कर अंजना ने फूड इंस्पेक्टर की परीक्षा दी, लेकिन रिजल्ट में उसका नाम नहीं आया। इस पर देवेंद्र ने कहा कि वह विशेष अनुशंसा पर उसे नौकरी लगवा देगा। 15 दिन बाद फर्जी रिजल्ट तैयार कर उसे दे दिया, जिसमें उसका नाम था, लेकिन ऑनलाइन चेक करने पर नाम नहीं मिला।

इसके बाद अंजना को देवेंद्र जोशी और उसके गिरोह पर शक हुआ। साथ ही उसे गजेंद्र लहरे से 25 लाख, कुणाल देव से 25 लाख और भुवनेश्वर सोनवानी से 25 लाख रुपए की ठगी की जानकारी मिली। शक यकीन में बदल गया और उसने सिविल लाइंस थाने में शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया

पुलिस ने बताया कि एफआईआर के बाद देवेंद्र जोशी और उसकी पत्नी झगिता जोशी को गिरफ्तार कर लिया गया। देवेंद्र जोशी से पूछताछ की गई। इस दौरान पता चला कि स्वप्निल दुबे भी ठगी में शामिल है। उसे भी शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।

बताया जा रहा है कि रेलवे और खाद्य विभाग के कई अधिकारी भी इस धोखाधड़ी में शामिल हैं। आरोपियों से पूछताछ के बाद कई नाम सामने आ सकते हैं। इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं, क्योंकि करीब 20 लोगों के साथ धोखाधड़ी की बात कही जा रही है। धोखाधड़ी के शिकार लोगों ने पुलिस से संपर्क करना शुरू कर दिया है।

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