
गिरीश जगत, गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में जाली अंक सूची नियुक्ति का एक और मामला थाने पहुंचा है। वंचित अभ्यर्थी ने थाने में लिखित शिकायत देकर बताया कि 67 प्रतिशत अंक वाले अभ्यर्थी ने 81 प्रतिशत अंक जाली सर्टिफिकेट बनवाया है। दावा आपत्ति का निराकरण में भी शिक्षा विभाग ने जाली दस्तावेज संलग्न कर चयन समिति को गुमराह किया।
सहायिका भर्ती में पूंजीपारा आंगनबाड़ी नियुक्ति मामले की जांच का अंकसूची का मामला खत्म नहीं हुआ है कि अब कोदोभाठा के नागपारा में सहायिका भर्ती के मामला सामने आ गया।
भर्ती प्रकिया में 78 प्रतिशत अंक वाली अभ्यर्थी रही नीला यादव ने 9 जनवरी को थाने पहुंच ,प्रभारी गौतम गावड़े के समक्ष लिखित शिकायत सौंपा है जिसमें 67 प्रतिशत अंक वाली दीप्ति यादव की नियुक्ति 81 प्रतिशत अंक वाले जाली अंक सूची के सहारे करने का आरोप लगाया है।
नीला यादव ने झाखरपारा प्रधान पाठक मन्नू राम शांडिल्य से सूचना के अधिकार के तहत परीक्षा परिणाम के प्रमाणित दस्तावेजों के आधार पर यह आरोप लगाया है।पीड़िता ने बताया कि नियुक्ति आदेश पूर्व दावा आपत्ति के लिए जारी सूची से उन्हें दीप्ति का 81प्रतिशत अंक होने का पता चला था। हालांकि मामले में गड़बड़ी की भनक लगते ही प्रभारी परियोजना अधिकारी द्वारा दीप्ति का ज्वाइनिंग आदेश को रोक दिया गया है।
दावा आपत्ति का निराकरण भी जाली दस्तावेजों के सहारे
शिकायत में आरोप है कि 21अक्टूबर को विधिवत परियोजना कार्यालय में दावा आपत्ति किया गया था।अंक सूची का सत्यापन करने परियोजना अधिकारी बीईओ कार्यालय को पत्र जारी किया। बीईओ ने 19 नवंबर 2024 को परियोजना कार्यालय को पत्र सौंपा, जिसमें झाखरपारा प्रधान पाठक द्वारा हस्ताक्षरित सत्यापन कॉपी प्रस्तुत किया गया है। यह भी जाली है।
आरोप है कि तत्कालीन प्रधान पाठक जो कि वर्तमान संकुल समन्वयक कामसिंह ध्रुव द्वारा वर्तमान प्रधान पाठक के सील के ऊपर अपना दस्तखत कर गलत जानकारी परियोजना कार्यकाल को भेजा गया है।गुमराह करने वाले इस जानकारी के पीछे शिक्षा विभाग के अफसर भी हैं।
मिलीभगत कर जाली अंक सूची बनाया गया
पीड़िता का आरोप है कि पहले मिली भगत कर जाली अंक सूची बनाया गया। उसी पर पर्दा डालने जिम्मेदार लोगों ने परियोजना अधिकारी को गुमराह कर दिया। आरोप की सच्चाई जानने जब संकुल समन्वयक कामसिंह ध्रुव से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधान पाठक के हैसियत से मैंने अपने अधिकारी के निर्देश पर परियोजना कार्यालय के लिए पत्र लिखा है।
प्रधान पाठक बोले- 67 प्रतिशत, बी ग्रेड है दीप्ति का परीक्षा फल
मामले में झाखरपारा मिडिल स्कूल के प्रधान पाठक मन्नू राम शांडिल्य ने कहा कि स्कूल के रिकॉर्ड के मुताबिक दीप्ति यदु का का परीक्षाफल 67 प्रतिशत बी ग्रेड की श्रेणी में है। मुझे दावा आपत्ति निराकरण के संबंध में कोई पत्र नहीं मिला, ना ही मेरे द्वारा परियोजना कार्यालय को कोई पत्र जारी किया गया है। मेरे अनुपस्थिति में किसी ने मेरा सिल का इस्तेमाल कर अपना दस्तखत किया होगा,जिसकी जांच होनी चाहिए।
तीन माह के भीतर हुई नियुक्तियों में अंक सूची की जांच की मांग उठी
पूंजीपारा के बाद नागपारा में भी जाली अंक सूची का मामला सामने आया है,कुन्हड़ी कला के केंद्र क्रमांक 4 में भी जाली अंक सूची के मामले की शिकायत पुलिस से स्वयं परियोजना अधिकारी कर चुके हैं।जानकारों का दावा है कि सितम्बर 2024 के बाद किए गए सहायिका भर्ती में अंक सूची में गड़बड़ी का बड़ा खेल खेला गया है।
भारी लेन देन कर पहले जाली अंक सूची बनाए गए,सेटिंग ऐसी तगड़ी की परीक्षण में भी मामले कि कलाई नहीं खुली। दावा आपत्ति के निराकरण भी कागजी कर दिया गया,इससे योग्य अभ्यर्थी नौकरी से वंचित हो गए।
अधिवक्ता कन्हैया मांझी ने कहा है कि ब्लॉक व जिला प्रशाशन मामले को दबा रही है,संचनालय में इसकी शिकायत कर नियुक्त हुए सभी के अंक सूची का परीक्षण उच्च स्तरीय कमेटी के समक्ष कराने की बात कही है।
नीला यादव की शिकायत की जांच की जा रही
मामले में थाना प्रभारी गौतम गावड़े ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में गड़बड़ी की पुष्टि हो रही है। विधिवत दस्तावेज प्राप्त कर जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। पूंजीपारा मामले में दो लोगों के खिलाफ नाम जद अपराध दर्ज कर लिया गया है। आगे जांच में तथ्यों के आधार पर अन्य दोषियों के विरुद्ध भी उच्च अधिकारियों से मार्गदर्शन लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
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