छत्तीसगढ़नई दिल्लीस्लाइडर

विधानसभा बजट सत्र 2022: सदन में दूसरे दिन गूंजा वन प्राणियों का मुद्दा, MLA बघेल ने अपनी ही सरकार को घेरा, जानिए मंत्री अकबर ने क्या दिया जवाब ?

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र का आज दूसरा दिन है. विधानसभा सत्र के दूसरे दिन का प्रश्न कॉल शुरू हो गया है.महिला दिवस 2022 की विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने सभी को बधाई दी. उन्होंने कहा कि महिला विश्व की जननी है. हम नारी को देवी के रूप में मानते हैं.

पहला प्रश्न विधायक लखेश्वर बघेल ने कांगेर वेली नेशनल पार्क का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि कौन कौन से वन्यजीवों की कितनी संख्या है?. इस पर वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने जवाब दिया.

वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि वन्यजीवों की गणना नहीं होती, लैंडस्केप के आधार पर वन्य प्राणियों की उपस्थिति दर्ज की जाती है. लखेश्वर बघेल ने कहा मीडिया को जानकारी है कि वन्य प्राणियों की कितनी संख्या है, उनको कहां से पता चला.

वन्य प्राणी मामले में लखेश्वर बघेल ने अपनी ही सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि बाघ, शेर और अन्य प्राणी गायब हो गए. वन्यजीवों का संरक्षण और संवर्धन नहीं हो रहा है. बघेल ने कहा कि कई वन्य प्राणियों के खाल बरामद हो रहे हैं, कहीं उन्हें मारकर खाया तो नहीं जा रहा है.

लाख करोड़ से ऊपर का बजट की उम्मीद
छत्तीसगढ़ के स्वास्थय मंत्री टी एस सिंहदेव ने बजट को लेकर अनुमान लगाया है कि इस बार 1 लाख करोड़ से ऊपर का बजट रह सकता है. रविवार को स्वास्थय मंत्री दिल्ली से लौटने के बाद एयरपोर्ट में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि अनुमान लगाया जा सकता है की इस बार एक लाख करोड़ से ऊपर का बजट आएगा. छत्तीसगढ़ के विकास के लिए यहां के नागरिकों के लिए अधिकारी कर्मचारियों के लिए आदिवासी अंचलों के लिए, पिछड़े क्षेत्रों के लिए उद्योग और श्रम के लिए भी यानी सब के लिए कुछ न कुछ होगा.

सरकार को घेरने की तैयारी में विपक्ष
इधर, विपक्ष की तरफ से राज्य की राज्य सरकार को घेरने की रणनीति बन गई है. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि पिछले विधानसभा सत्र से इस सत्र के बीच लगातार प्रदेश में चाकूबाजी की घटनाएं घटित हो हुई है, अनाचार की घटनाएं घटित हुई है, यहां रेत माफिया, भू-माफिया, खनिज माफिया, शराब माफिया यहां तक कि कोयला माफिया भी सक्रिय हैं. अधिकारियों के साथ लगातार मारपीट की घटनाएं घटित हो रही है, जनता के साथ मारपीट कर रहे है, प्रदेश की सरकारी जमीनों को माफियाओं द्वारा लगातार अवैध कब्जा किया जा ररहा है.साथ ही प्रदेश में जो वन्यजीवों की तस्करी हो रही है इस पर चर्चा होनी है.

read more- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanistan Taliban Left Behind in 2001

Show More
Back to top button