Chhattisgarh Bilaspur Retired officer cheated of 54 lakhs: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर निवासी एक रिटायर्ड अधिकारी को पोर्नोग्राफी और मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने की धमकी देकर 54 लाख 30 हजार रुपए ठग लिए गए। सैलून कर्मियों और कॉलेज के छात्रों ने खुद को ईडी अधिकारी बताकर उन्हें धमकाया। इसके बाद रिटायर्ड अधिकारी से किश्तों में पैसे ऐंठ लिए गए।
ठगी में राजस्थान के अलवर निवासी तीन युवक शामिल हैं। इनमें से 2 आरोपी पकड़े जा चुके हैं, जबकि एक फरार है। साइबर ठगों के गिरोह के तार उत्तरी अमेरिका, चीन और यूरोप से भी जुड़े होने का पता चला है। ठगी गई रकम को यूएसटीडी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर सुरक्षित किया गया है।
20 दिन के अंदर अलग-अलग किश्तों में ट्रांसफर की रकम
एसपी रजनेश सिंह ने बताया कि सिविल लाइंस क्षेत्र के अज्ञेयनगर निवासी 71 वर्षीय जय सिंह चंदेल रिटायर्ड अधिकारी हैं। उनके साथ गत जुलाई में ठगी हुई थी। आरोपियों ने 20 दिन के अंदर अलग-अलग किश्तों में पैसे ट्रांसफर कर लिए। इसके बाद भी वे उन्हें फंसाने की धमकी देते रहे। अंत में तंग आकर उन्होंने रेंज थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने अलवर और हरियाणा में डेरा डाला
एफआईआर दर्ज करने के बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की तो मोबाइल कॉल की तकनीकी जांच की तो पता चला कि आरोपी राजस्थान के अलवर से कॉल कर रहे थे। बैंक खातों समेत अन्य डिटेल निकालकर जांच की गई। पुलिस टीम ने अलवर और हरियाणा में डेरा डाला और 2 युवकों को गिरफ्तार किया।
आरोपी सैलून में काम करते हैं और इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कर रहे
अलवर में आरोपियों के ठिकानों पर दबिश देकर पुलिस ने कोतवाली थाना क्षेत्र के फैमिली लाइन स्क्रीन नंबर 3 निवासी निकुंज कुमार और शिवाजी पार्क विजय मंदिर रोड सबा जोहरा निवासी लक्ष्य सैनी (20) को गिरफ्तार किया। दोनों आरोपी सैलून में काम करते हैं और पॉलिटेक्निक में डिप्लोमा कर रहे हैं।
एक के पिता टेंट हाउस चलाते हैं और दूसरे कोरियर कंपनी में काम करते हैं। ठगी की रकम दोनों आरोपियों के बैंक खातों में ट्रांसफर हुई है। दोनों के खातों में 9-9 लाख रुपए ट्रांसफर हुए हैं। इनका तीसरा साथी गौरव अभी फरार है। पुलिस के मुताबिक इस मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
फर्जी एफआईआर भेजकर लोगों को बनाया जाता है शिकार
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जालसाजों ने रिटायर्ड अधिकारी नीरज को यह कहकर धमकाया कि उनके मोबाइल से पोर्न वीडियो भेजे गए हैं। साथ ही उनके मोबाइल पर व्हाट्सएप के जरिए फर्जी एफआईआर की कॉपी भेजी और कहा कि मुंबई पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मुंबई पुलिस अधिकारी विनायक बनकर उन्हें फोन पर धमकाया गया। जालसाजों ने बताया कि मुंबई में एक व्यक्ति के घर से 274 एटीएम कार्ड मिले हैं, जिनमें से एक उसके नाम पर है। इसकी जांच अब ईडी कर रही है। झांसा देकर अलग-अलग किश्तों में पैसे ट्रांसफर किए गए।
खातों से 23 लाख रुपये बरामद
इस धोखाधड़ी मामले में पुलिस ने अब तक हरियाणा के सिरसा जिले के एलेनाबाद के शेरवानी क्षेत्र निवासी विजय, राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के सरदूलशहर निवासी अमित जालप, श्रीगंगानगर के सदर थाना क्षेत्र निवासी निखिल सैनी को गिरफ्तार किया है। इनके खातों से 23 लाख रुपये बरामद किए गए हैं।
आरोपियों का उत्तरी अमेरिका, चीन और यूरोप से कनेक्शन
रिटायर्ड अधिकारी से ठगी करने वाले इस गिरोह का आरोपी निखिल सैनी उत्तरी अमेरिका, चीन और यूरोप में अपने संपर्क सूत्रों से अधिक पैसे देकर अपने व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए यूएसडीटी क्रिप्टो करेंसी खरीदता था और ठगी के पैसे को सुरक्षित रखता था।
वह इस यूएसडीटी को तय रकम से कम कीमत पर अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म पर बेचकर ठगी के पैसे से अपनी महंगी जरूरतों को पूरा करता था।
पुलिस ने साइबर जालसाजों से बचने की अपील की
एसपी रजनेश सिंह ने बताया कि साइबर जालसाज हर दिन नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने की कोशिश करते हैं। कोई भी व्यक्ति अनजान नंबर से खुद को पुलिस अधिकारी, सीबीआई या ईडी अधिकारी बताकर ठगी करने की कोशिश करता है। ऐसे कॉल से सावधान रहें।
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