
बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार कलेक्टर कार्यालय में रखे असला हथियारों की चोरी हो गई, जिससे वहां की सुरक्षा व्यवस्था सहित हथियारों के रखरखाव पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया. आखिर अधिकारी ऐसे मामलों में लापरवाही कैसे बरत रहे हैं, जबकि वह आग्नेय अस्त्र है. जिसकी चोरी होनेऔर गलत हाथों में लगने से उसका दुरूपयोग भी हो सकता है. मामला तब सामने आया, जब उस कमरे का ताला टूटा मिला. वहां रखे हथियार और कारतूस गायब दिखे.
जानकारी लगते ही कोतवाली पुलिस में मामला दर्ज किया गया. मामला दर्ज होने के चंद घंटो के अंदर कोतवाली पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. उनसे एक रिवाल्वर, दो देशी कट्टा और आठ कारतूस बरामद किया. जिसमें चार खाली खोखे है. यह पता नहीं चल पा रहा है कि कितने कट्टा और कारतूस की चोरी हुई थी और कब से गायब थे. कारण काफी दिनों से इस ओर कलेक्टर कार्यालय के अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं दिया गया और जिसका फायदा वही कार्यरत कर्मचारियों ने उठाया.
सवाल यह भी उठता है कि क्या पहले भी इस तरह की घटना हुई है, जिसकी जानकारी अधिकारियों को नहीं है. अपर कलेक्टर राजेन्द्र गुप्ता ने बताया कि घटना हुई है. आफिस के ही दो भृत्य ने इस कार्य को अंजाम दिया है. दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. सुरक्षा को लेकर जल्द व्यवस्था की जायेगी और सुरक्षा गार्ड लगाया जायेगा.
दीपक झा पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तीन आरोपी रोशन ध्रुव, उमेश ध्रुव भृत्य और प्रेमलाल ध्रुव उर्फ बल्लू को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें से दो कलेक्टर कार्यालय मे भृत्य पद पर है, एक उनका साथी है. जिनको गिरफ्तार किया गया है. उनसे पास से एक रिवाल्वर व दो कट्टा और आठ कारतूस बरामद किये गये है. जिसमें चार खाली खोखे है. आगे की कार्रवाई जारी है.
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