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बहराइच हिंसा पर योगी सरकार का एक्‍शन: 52 उपद्रवी गिरफ्तार, कल तक इंटरनेट बंद

Yogi government’s action on Bahraich violence: उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा के बाद कार्रवाई शुरू हो गई है। इस मामले में 52 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है, साथ ही मंगलवार को दो नए मामले भी दर्ज किए गए हैं। वहीं, हिंसा का मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद अभी भी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए कई टीमें जांच में लगी हैं।

जानकारी के मुताबिक, बहराइच में सांप्रदायिक हिंसा फैलाने वाले 52 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन पहले दर्ज एफआईआर में नामजद 5 आरोपियों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस इन उपद्रवियों की तलाश में जुटी हुई है।

इस मामले में एसपी बहराइच वृंदा शुक्ला ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों के सहयोग से संवेदनशील इलाकों में गश्त की जा रही है। वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

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इस हिंसा के चलते इलाके में इंटरनेट और ब्रॉडबैंड सेवाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई हैं। इसके अलावा जिला प्रशासन और पुलिस की ओर से एक कंट्रोल रूम बनाया गया है, ताकि हिंसा से प्रभावित लोगों की मदद की जा सके. साथ ही ग्राम प्रधान, लेखपाल और सचिव की भी ड्यूटी लगाई गई है, ताकि वे गांव के लोगों से बात कर माहौल को ठीक कर सकें.

इस हिंसा को नियंत्रित करने के लिए सीएम योगी के निर्देश के बाद एडीजी लॉ एंड ऑर्डर और एसटीएफ चीफ अमिताभ यश अपनी टीम के साथ मौके पर कैंप कर रहे हैं. हिंसा पर जल्द से जल्द काबू पाने के लिए प्रभावित इलाकों को 9 सेक्टर एरिया में बांटा गया है, ताकि वहां की सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके. अफसरों की ड्यूटी दो शिफ्ट में लगाई गई है.

क्या था मामला

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में नव दुर्गा प्रतिमा जुलूस के दौरान डीजे को लेकर दो गुटों में विवाद हो गया, जो पथराव और फायरिंग में बदल गया. इस घटना में रेहुवा के 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा को गोली लग गई, उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई. युवक की मौत के बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और महाराजगंज बाजार में तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं हुईं। इस हिंसा में कई लोग घायल भी हुए।

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