छत्तीसगढ़

मुंगेली में RSS ने मनाया विजयदशमी उत्सव: शस्त्र पूजन कर निकाला पथ संचलन, स्थानीय लोगों ने स्वागत में बरसाए फूल

लोरमी। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के लोरमी में बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक विजयदशमी पर्व को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ खण्ड लोरमी इकाई ने बड़े उत्साह के साथ मनाया गया.

बता दें RSS के स्वयंसेवकों ने विजयदशमी पर्व पर पथ संचलन निकाला. इस अवसर पर नगर में पुष्प वर्षा की गई. पथ संचलन की शुरुआत सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल परिसर से हुआ. जहां स्वयंसेवक एकत्रित होकर अनुशासन के साथ नगर में पथ संचलन निकाला गया.

इस दौरान नगर में जगह-जगह पुष्प वर्षा कर पथ संचलन का स्वागत किया गया. इस कार्यक्रम में मुंगेली जिले के संघचालक नरेश जी अग्रवाल, खण्ड संघचालक जगसिंह जी ध्रुव, मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त शिक्षक केशव सिंह ठाकुर सहित मुख्य वक्ता के रूप में क्रीड़ा भारती क्षेत्र संगठन मंत्री कौशलेंद्र जी उपस्थित रहे. इस अवसर पर उन्होंने कहा संघ का उद्देश्य है हिंदू धर्म हिंदू संस्कृति और हिंदू समाज के लिए समर्पित होकर कार्य करना है.

बता दें प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी जिले के लोरमी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विजयदशमी पर्व धूमधाम से मनाया गया जहां सैकड़ो गणवेशधारी स्वयंसेवको ने घोष के सांथ कदम से कदम मिलाते हुए नगर भ्रमण कर पथ संचलन में हिस्सा लिया. इस दौरान सैकड़ो स्वयंसेवक बंधु गणवेश में शामिल हुए.

जिसकी शुरुआत स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल परिसर से होकर राजा बाड़ा होते हुए मुख्य मार्ग से बस स्टैंड मुंगेली चौक के बाद समापन कार्यक्रम मानस मंच में संपन्न हुआ. इस कार्यक्रम में स्वयंसेवकों के द्वारा नियुद्ध, योग, आसन सहित अनेक सामूहिक प्रदर्शन भी किया गया.

इस दौरान समापन कार्यक्रम के अवसर पर मुंगेली जिले के माननीय जिला संघचालक नरेश अग्रवाल, खण्ड संघचालक जगसिंह ध्रुव, अध्यक्षता कर रहे रिटायर्ड शिक्षक केशव सिंह ठाकुर सहित मुख्य वक्ता के रूप में कौशलेंद्र जी का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ.

इस दौरान मुख्य वक्ता ने सामाजिक समरसता पर जोर देते हुए हिंदू समाज को एकजुट रहने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि संघ का 100 वर्ष (शताब्दी वर्ष) पूरा होने वाला है. 1925 में संघ की स्थापना हुई है जिसके बाद से आज संघ को समाज हित मे कार्य करते 99 वर्ष हो गए हैं.

जहां संघ समाज के विभिन्न समाजिक क्षेत्रो में कार्य कर रही है. उन्होंने इस बीच समाज मे समरसता के भाव जागृत करने सहित पर्यावरण प्रदूषण रोकथाम की दिशा में काम करने की बात कही है. ताकि जल, मृदा समेत वायु प्रदूषण से बचा जा सके. सांथ ही उन्होंने कहा कि समाज में सबके मन में एक दूसरे के प्रति सद्भावना और आत्मीयता होनी चाहिए।

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