Chhattisgarh Bilaspur bar stabbing update: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के सिल्वर ओक बार में हुए बवाल और चाकूबाजी का सीसीटीवी फुटेज डिलीट कर दिया गया है। पुलिस पर भाजयुमो नेता और अन्य आरोपियों को बचाने का आरोप लगा है। घायल दोनों युवकों के दोस्तों और प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस पर होटल के सीसीटीवी फुटेज डिलीट करवाने का आरोप लगाया है। साथ ही निष्पक्ष कार्रवाई करते हुए सभी हमलावरों को गिरफ्तार करने की मांग की है।
इधर, एसपी रजनेश सिंह ने कहा कि इस तरह की घटना में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा, सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।
शराब पीकर किया हंगामा
दरअसल, रविवार रात मंझवापारा निवासी नीलेश लहरे (22) अपने दोस्त राहुल डाहिरे और अमितेश कारे के साथ मगरपारा स्थित सिल्वर ओक बार गया था। सभी देर रात शराब पीकर बार में डांस कर रहे थे। इस दौरान युवक-युवतियां भी डांस कर रहे थे, तभी उनमें धक्का-मुक्की हो गई। विवाद शुरू हुआ और जमकर हंगामा हुआ।
घसीटकर बाहर निकालने के बाद चाकू से हमला किया
नीलेश लहरे ने बताया कि इस दौरान युवकों की भीड़ ने राहुल और अमितेश को पकड़ लिया और बाहर ले गए। दोनों को हाथ-मुक्के से पीटना शुरू कर दिया। विवाद होता देख वह बीच-बचाव करने बाहर आया। इसी बीच अभिषेक एंथोनी ने राहुल पर चाकू से हमला कर दिया। उसने अमितेश को भी चाकू मारा, जिससे दोनों घायल हो गए।
बिलासपुर के सिल्वर ओक बार में हुए हंगामे और चाकूबाजी का सीसीटीवी फुटेज डिलीट कर दिया गया है। घायल और उसके दोस्तों ने सख्त कार्रवाई की मांग की है।
आयुष मेहता और उसके दोस्तों ने उसे पीटा
नीलेश लहरे का कहना है कि घटना में आयुष मेहता, कामेश राव और उसके 8-10 दोस्त भी शामिल थे, जिन्होंने उसे हाथ-मुक्के और लात-घूंसों से जमकर पीटना शुरू कर दिया। घटना के बाद उसने थाने में मामला दर्ज कराया है।
पुलिस ने होटल से सीसीटीवी फुटेज डिलीट करवाए
पुलिस ने सिर्फ अभिषेक और कामेश राव को गिरफ्तार किया है, जबकि आयुष मेहता और अन्य युवकों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने होटल से सीसीटीवी वीडियो जब्त किया था, जिसे डिलीट करवा दिया गया है। यह उन्हें नहीं दिखाया गया है।
आईजी से की शिकायत, घटना में शामिल आरोपियों पर कार्रवाई की मांग
चश्मदीद नीलेश के साथ घायल युवक के परिजनों ने इस पूरे मामले की शिकायत आईजी से की है, जिसमें उन्होंने पुलिस पर भाजयुमो नेता व अन्य आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने घटना में शामिल सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
वीडियो पुलिस के पास सुरक्षित
सिविल लाइन टीआई प्रदीप आर्य ने बताया कि घटना के बाद पुलिस ने साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वीडियो में जो युवक मारपीट करते दिख रहे हैं, उन्हें आरोपी बनाया गया है। जिस युवक को बचाने का आरोप लगाया जा रहा है, वह इसमें शामिल नहीं था। वीडियो भी पुलिस के पास सुरक्षित है।
एसपी ने कहा- जो भी होगा, बख्शा नहीं जाएगा
एसपी रजनेश सिंह ने बताया कि बार में हुए विवाद के बाद आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। बार मैनेजर व कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। अभी मामले की जांच की जा रही है। घटना में जो भी शामिल होगा। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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