लिव-इन पार्टनर को उम्रकैद की कहानी: 12 साल की उम्र में लिंग परिवर्तन कराया, रेहान बन गई मंजू, प्रेमी ने 22 बार चाकू से गोदा
Madhya Pradesh Indore eunuch Manju alias Manja murder story: मध्यप्रदेश के इंदौर में ट्रांसजेंडर की चाकू घोंपकर हत्या करने के मामले में 6 साल बाद फैसला आया है। कोर्ट ने आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। मृतक ट्रांसजेंडर के रूप में पैदा नहीं हुआ था। उसने अपना लिंग परिवर्तन करवाया था। वह अपने प्रेमी के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहा था।
एक दिन दोनों में किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ और साथी ने उस पर चाकू से कई वार कर दिए। कोर्ट ने आरोपी के लिए फांसी की सजा की मांग की। उसे हिंसक और समाज के लिए बेकार बताया। हालांकि, यह पता नहीं चल सका कि उसने ऐसा क्यों किया।
पहले जानिए क्या है पूरा मामला…
खजराना की हाजी कॉलोनी में 7 मई 2018 को ट्रांसजेंडर मंजू उर्फ मंजा (24) की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई थी। उसकी गर्दन पर 14 और पेट पर 5 घाव थे। पूरे शरीर पर करीब 22 घाव थे। मंजू के साथ रहने वाले उसके प्रेमी सलमान ने ही उसकी हत्या की थी। पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर दीपक गवली ने बताया था कि सदमे और अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसकी मौत हुई थी। मंजू को बचपन में सभी रेहान के नाम से जानते थे। बड़े होने पर उसकी हरकतें लड़कियों जैसी हो गईं। वह लड़कियों की तरह रहने लगा। जब वह नंदलालपुरा में किन्नरों के साथ रहने लगा तो उसका नाम मंजू रखा गया। बाद में दोनों में विवाद हुआ तो वह अलग हो गया। इस विवाद में मंजू को 20 दिन जेल में बिताने पड़े।
12 साल पहले बदला था लिंग
मंजू के पिता शेख सलीम ने पुलिस को बताया था कि उनके तीन बेटे और एक बेटी है। उनके दूसरे बेटे मंजा उर्फ रेहान ने करीब 12 साल पहले अपना लिंग परिवर्तन करा लिया था। फिर उसने अपना नाम बदलकर मंजू रख लिया। घटना से करीब 7 महीने पहले मंजू अपने लिव-इन पार्टनर सलमान के साथ किराए के कमरे में रहने लगी थी। घटना से तीन महीने पहले दोनों हाजी मदनी बाग कॉलोनी में मोहम्मद सिकंदर अली के घर रहने आए थे
। घटना वाले दिन उन्हें सूचना मिली कि मंजू और उसके दोस्त सलमान में किसी बात को लेकर झगड़ा हो रहा है। जब वह अपने बेटे परवेज के साथ मंजू के कमरे में पहुंचा तो देखा कि मंजू फर्श पर पड़ी थी। सलमान उसके शरीर पर चाकू से वार कर रहा था। सलमान ने जब उन्हें देखा तो चाकू दिखाकर उन्हें धमकाया और स्कूटर लेकर भाग गया। मौके पर मकान मालिक सिकंदर और उसकी बहू फरहीन बी भी मौजूद थे।
उसने अपना मोबाइल बंद कर लिया ताकि उसकी लोकेशन का पता न चल सके
सलमान हत्या करने के बाद फरार हो गया था। पुलिस ने उसे खोजने के लिए काफी प्रयास किए लेकिन वह पकड़ा नहीं जा सका। उसकी लोकेशन का पता नहीं चल सका। पुलिस ने उसके भाई और मामा को थाने में बैठा रखा था। उनके जरिए सलमान को संदेश भेजा गया कि अगर उसे वकील चाहिए तो वह आ जाए।
भागने से कोई फायदा नहीं होगा। हम केस लड़ेंगे। उसे जल्द ही जमानत मिल जाएगी। सलमान को यकीन हो गया। वह पुलिस से बचने के लिए खंडवा के देश गांव में छिपा हुआ था। उसे महू बुलाया गया। पुलिसकर्मियों ने भी वकीलों की वर्दी पहनी हुई थी। महू में वे वकील बनकर सलमान से मिले और उसे गिरफ्तार कर लिया।
मामले में 4 चश्मदीद गवाह
मंजू की हत्या के मामले में 4 चश्मदीद गवाह थे। पिता सलीम, भाई परवेज, मकान मालिक सिकंदर अली और उसकी बहू फरहीन बी। इन सभी ने कोर्ट को बताया कि घटना के समय मंजू और सलमान एक साथ कमरे में थे। दोनों के बीच झगड़ा हुआ और सलमान ने मंजू की हत्या कर दी।
इन चारों ने सलमान को मौके से भागते हुए देखा। पिता और भाई कमरे में पहुंचे तो सलमान चाकू से हमला कर रहा था। फरहीन बी ने कमरे से झगड़े की आवाज सुनी। सिकंदर ने भी कहा कि वह घर पर खड़ा था। कमरे से चिल्लाने की आवाज आ रही थी। सलमान चाकू से हमला कर रहा था।
खुद को बचाने के लिए आरोपी ने कहा कि मंजू का किन्नरों से झगड़ा हुआ था। संभव है कि किसी किन्नर ने उसकी हत्या कर दी हो, लेकिन कोर्ट में यह दलील खारिज हो गई।
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