छत्तीसगढ़जुर्मस्लाइडर

गरियाबंद में कत्ल की खूनी दास्तान ? मुंह नाक से खून, टूटा मंगल सूत्र, जगह जगह जख्म और जलाने की साजिश, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को आखिर किसने मार डाला ?

गिरीश जगत, गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि ससुराल में वारदात को अंजाम दिया गया है। महिला के नाक और मुंह से खून निकला है। मंगल सूत्र टूटा मिला। जगह जगह जख्म के निशान हैं। मामला छुरा थाना क्षेत्र के कसेकेरा गांव का है।

बताया जा रहा है कि महिला की ससुराल में संदिगध अवस्था में लाश मिली है। पति अंतिम संस्कार करने में तुला हुआ था। मृतिका के परिजनों ने बॉडी में चोंट के निशान देख पुलिस को सूचना दी। हत्या की आशंका पर पुलिस जांच में जुटी।

32 वर्षीय खेमबाई ध्रुव का शव संदिग्ध हालत में उसी के बेड रूम में मिला है। मृतका के भाई दूज लाल ने कहा कि शरीर में चोट के कई जगह निशान थे, जिसको देखते हुए पुलिस को शाम को सूचना दी गई। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच पड़ताल शुरू कर दिया है।

पुलिस ने अपने साथ फोरेंसिक टीम भी साथ ले गई। देर शाम 8 बजे तक पुलिस की आरम्भिक जांच जारी थी। ASP जितेंद्र चंद्राकर ने कहा की मामला संदिग्ध है। मृतिका के मायके वाले हत्या के आरोप लगाए हैं, जिसकी जांच जारी है।

अंतिम संस्कार करने उतारू था पति, मायके वाले अड़ गए

दरअसल, पति गोबिंद ने खेमबाई की सांस थम जाने की सूचना उसके माइके में फोन कर सुबह मृतिका के बड़े भाई दूज लाल को दी। बुरी खबर सुनते ही परिजन पीपर छेड़ी से कसेकेरा पहुंच गए।

भाई दूज लाल ने बताया कि जिस मौत को उसका बहनोई सामान्य बता कर जल्दी से जल्दी अंतिम संस्कार कराने जुटा था। वह मौत समान्य नही था। नाक मुंह से खून निकल रहा था। मंगलसूत्र टूटा हुआ था। हाथ के अलवा शरीर में कई जगह चोट के निशान थे।

माजरा देख पीड़ित परिवार ने गांव वालों को इक्ट्ठा कर लिया। शाम 5 बजे तक बैठक चली तब जाकर जांच से पहले अंतिम संस्कार नहीं करने पर ससुराल वाले राजी हुए।

दूसरी पत्नी थी मृतका

मृतका गोबिंद की दूसरी पत्नी थी,दो साल पहले ही शादी हुई थी। कोई बाल बच्चे नहीं थे। महिला ज्यादातर अपने मायके में रहती थी, कभी कभार ससुराल आती थी। परिजनों ने कहा की पति पत्नी के बीच कभी भी कोई अनबन नहीं थी, लेकिन आज हुई घटना से मायके के अलावा गांव वाले भी हैरान हैं।

 

Read More- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanista Taliban Left Behind in 2001 29 IAS-IPS

Show More
Back to top button