गिरीश जगत, गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में FIR के बाद FIR से भूचाल आ गया है। जनपद अध्यक्ष के पति दीपक सिंघल के खिलाफ मामला दर्ज कराने वाले युवक रमेश नागेश के खिलाफ दूसरे दिन केस दर्ज हुआ है। दीपक सिंघल ने FIR कराई है। आरोप है कि पैसे नहीं देने पर गाली गलौज की। इस FIR से माली समाज भड़क गया है। मामला देवभोग थाना क्षेत्र का है।
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दरअसल, दीपक ने शिकायत में बताया था कि सी फार्म के बदले रमेश ने 5 हजार मांगे थे। नहीं देने पर गालियां दी और जान से मारने की धमकी दी। माली समाज ने कहा राजनीतिक रसूख का लाभ लेकर झूठी शिकायत दर्ज कराई गई है। हम अब सड़क की लड़ाई लड़ेंगे।
क्या है पूरा मामला ?
देवभोग जनपद अध्यक्ष पति दीपक सिंघल के खिलाफ 2 सितंबर को रमेश नागेश की शिकायत पर देवभोग थाने में जान से मारने की धमकी और गाली गलौज का मामला दर्ज कराया था। अब 3 सितम्बर की शाम दीपक सिंघल की शिकायत पर पुलिस ने रमेश के खिलाफ FIR दर्ज की है।
जान से मार देने की धमकी देने की बात
दीपक ने अपनी शिकायत में कहा है कि पटवारी ने 13 अगस्त को रमेश के मार्फत सी फार्म भिजवाया था। इसी दिन शाम 5 बजे जब दीपक अपने ज्वेलरी के दुकान में बैठा था, तभी रमेश फार्म लेकर आया। फार्म के बदले 5 हजार रूपये की मांग की। नही देने पर उसने मां बहन की गाली भी दी।फिर रमेश आंख दिखाते हुए कहा कि पैसा मांगने की बात किसी को बताया तो उसे जान से मार देगा।
इस घटना के साक्ष्य के रूप में दीपक ने अपने शॉप के दो कर्मियों का नाम भी बताया है। थाना प्रभारी गौतम गावड़े ने कहा की आवेदन पर से रमेश नागेश के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 296 व 351(3) के तहत मामला दर्ज कर जांच में लिया गया है।
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रमेश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने की सूचना के बाद पंडरा माली समाज में आक्रोश है। समाज के वॉट्सऐप ग्रुप में सामाजिक लोग आक्रोश प्रकट कर रहे हैं। समाज के युवा प्रकोष्ठ प्रमुख सुशील निधि ने कहा की बड़े लोग दो चार लोगों को खड़े कर कभी भी किसी के खिलाफ मामला दर्ज करा सकते हैं।
दीपक द्वारा रमेश की दिए गए गालियों के ऑडियो रिकार्ड का जिक्र करते हुए निधि ने कहा की दोनो की बीच हुई बात चित सुन कर कोई भी सच झूठ के फैसले का आंकलन कर लेगा।
पटवारी के पास श्रमिक के रूप में काम करने वाले युवक के पास इतनी कूबत नही की वो राजनीतिक सरंक्षण प्राप्त लोगो के दुकान घुस धमकी दे डाले। निधि ने कहा की मामले की उच्च स्तरीय जांच कराएंगे।समाज के निर्दोष युवक को बचाने अगर सड़क की लड़ाई लड़ना पड़े तो भी हम तयार है ।
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