Chhattisgarh Balod Rain Havoc Video: छत्तीसगढ़ के बालोद में एक सप्ताह से बारिश का कहर जारी है। लगातार हो रही बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लोंडी से बिरेतरा गांव को जोड़ने वाली पुलिया भी पानी के तेज बहाव में बह गई। पुलिया के बह जाने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
Chhattisgarh Balod Rain havoc: स्थानीय लोगों का कहना है कि आधा दर्जन से अधिक गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। बारिश के कारण हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। लोग टूटी पुलिया को पार कर बड़ी मुश्किल से अपने काम निपटा रहे हैं।
तेज बहाव में बह गई पुलिया
Chhattisgarh Balod Rain havoc: ग्रामीणों ने पुलिया के बह जाने की सूचना लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों और पुलिस को दी है। सूचना मिलने के बाद लोक निर्माण विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और पुलिया का निरीक्षण किया। बालोद में लगातार हो रही बारिश के कारण जर्जर पुल और पुलिया की हालत खराब होती जा रही है।
Chhattisgarh Balod Rain havoc: धान का सीजन होने के कारण लोगों को खाद-बीज के लिए लगातार शहर जाना पड़ रहा है। ऐसे में पुलिया बह जाने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय निवासी उदय राम साहू ने बताया कि एक सप्ताह पहले पानी के तेज बहाव में पुलिया बह गई थी।
Chhattisgarh Balod Rain havoc: पुलिया के ढह जाने से हम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किसी काम से शहर जाना हो तो पुलिया पार करना मुश्किल हो जाता है। पुलिया के ढह जाने की सूचना हमने लोक निर्माण विभाग को दे दी है। पुलिया की मरम्मत जल्द कराई जाए।
Chhattisgarh Balod Rain havoc: स्थानीय निवासी राजकुमार बंजारे ने बताया कि लगातार बारिश के कारण लोंदी और बिरेतरा के बीच बनी पुलिया बह गई। बाढ़ के कारण आधा दर्जन से अधिक गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। सबसे ज्यादा परेशानी किसानों को हो रही है। पानी के तेज बहाव में यहां से निकलना मुश्किल हो रहा है।
Chhattisgarh Balod Rain havoc: सेमरिया नाले की हालत भी खराब बालोद के लाटबोड़ और बोरी खपरी के बीच सेमरिया नाले पर बनी पुलिया की हालत भी जर्जर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल के ऊपर से पानी गुजर रहा है। यदि पानी का बहाव थोड़ा और तेज हुआ तो यह पुलिया भी टूट जाएगी।
Chhattisgarh Balod Rain havoc: लोगों की शिकायत है कि पुलिया के पुनर्निर्माण के लिए ग्रामीणों ने कई बार आवेदन दिया है। विभाग ने पुलिया निर्माण को लेकर अब तक कोई काम शुरू नहीं किया है। बरसात के दिनों में सैकड़ों बच्चे पुलिया पार कर स्कूल जाते हैं।
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