साहब मैं जिंदा हूं, मुझे सिस्टम ने मार डाला: मृत्यु प्रमाण पत्र लेकर दर-दर भटक रहा बुजुर्ग, जानिए किसने हड़प ली लाखों की जमीन ?
MP Datia Chandrabhan Singh Death Certificate: दतिया के बरौनी कस्बे में लड्डू राजा की हवेली में रहने वाले स्वर्गीय रघुराज सिंह बुंदेला के बेटे चंद्रभान सिंह की 4.70 हेक्टेयर जमीन को मृत घोषित कर हड़प लिया गया। कलेक्टर परिसर में लोग उस समय दंग रह गए जब चंद्रभान सिंह खुद ही अपना फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र लेकर कलेक्ट्रेट पहुंच गए और कहा कि साहब मैं जिंदा हूं।
MP Datia Chandrabhan Singh Death Certificate: बुजुर्ग का आरोप है कि कस्बे में रहने वाले लोकेंद्र सिंह ने धोखाधड़ी कर उनकी जमीन अपने नाम करा ली है। मामले की शिकायत एसपी वीरेंद्र मिश्रा से भी की गई, जिनके निर्देश पर एसडीओपी बरौनी विनायक शुक्ला ने जांच शुरू कर दी है।
ऐसे बन गई जमीन किसी और की
MP Datia Chandrabhan Singh Death Certificate: जानकारी के अनुसार बरौनी कस्बे में लड्डू राजा की हवेली निवासी चंद्रभान सिंह की पचरा गांव में कृषि भूमि है, जिसका सर्वे नंबर 61 और रकबा 4.70 है। इस जमीन पर उन्होंने केसीसी के जरिए लोन भी ले रखा है।
MP Datia Chandrabhan Singh Death Certificate: चंद्रभान ने बताया कि कुछ दिन पहले जब वह गांव के पटवारी के पास गया तो पटवारी ने बताया कि उसकी जमीन लोकेंद्र सिंह के नाम कर दी गई है। बुजुर्ग ने जब आगे पूछा तो पटवारी ने बताया कि जमीन वसीयत के जरिए लोकेंद्र के नाम कर दी गई है।
MP Datia Chandrabhan Singh Death Certificate: बुजुर्ग ने जब दस्तावेज निकलवाए तो उसमें 10 अगस्त 1994 की दो पेज की वसीयत मिली। वसीयत में चंद्रभान सिंह, लोकेंद्र सिंह और बड़ेरा पिछोर निवासी भूपेंद्र सिंह चौहान के हस्ताक्षर हैं।
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MP Datia Chandrabhan Singh Death Certificate: वसीयत में धोखाधड़ी वसीयत में चंद्रभान सिंह को नि:संतान बताया गया है। जमीन मालिक चंद्रभान की उम्र 1994 में 81 साल बताई गई है। साथ ही उस समय लोकेंद्र को नाबालिग लिखा गया है।
MP Datia Chandrabhan Singh Death Certificate: यह भी लिखा गया है कि चूंकि चंद्रभान के कोई संतान नहीं है, इसलिए उसकी मौत के बाद उसकी जमीन के एकमात्र मालिक मेरे पोते लोकेंद्र और शक्ति सिंह बुंदेला होंगे। किसी और का कोई हक नहीं होगा, जबकि चंद्रभान की उम्र इस समय करीब 75 साल है और उनके तीन बेटे हैं जो जीवित हैं।
झांसी में बनवाया फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र
MP Datia Chandrabhan Singh Death Certificate: आरोप है कि अगस्त 1994 की वसीयत घोषित करने के बाद जमीन हड़पने वालों ने जिला अस्पताल झांसी से कंप्यूटराइज्ड मृत्यु प्रमाण पत्र भी बनवा लिया, जिसमें चंद्रभान की मृत्यु की तारीख 5 मई 1995 बताई गई। यानी वसीयत तैयार होने के नौ महीने के अंदर ही चंद्रभान की मौत हो गई।
MP Datia Chandrabhan Singh Death Certificate: जब चंद्रभान मृत्यु प्रमाण पत्र लेकर झांसी के उसी महिला अस्पताल में गए और पूछताछ की तो झांसी जिला महिला अस्पताल प्रबंधन ने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र पर लिख दिया- उक्त मृत्यु प्रमाण पत्र जिला महिला अस्पताल झांसी से जारी नहीं हुआ है। अधोहस्ताक्षरी कार्यालय में केवल महिला लाभार्थियों के ही मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं।
जब सीमांकन हुआ तो मामले का खुलासा हुआ
MP Datia Chandrabhan Singh Death Certificate: जब चंद्रभान सिंह कुछ दिन पहले अपनी जमीन का सीमांकन कराने के लिए पटवारी के पास गए तो पटवारी ने उन्हें बताया कि उनकी जमीन लोकेंद्र सिंह के नाम पर है। इसके बाद चंद्रभान ने सभी दस्तावेज हासिल कर एसपी से शिकायत की।
MP Datia Chandrabhan Singh Death Certificate: इस पूरे फर्जीवाड़े में पटवारी और पटवारी की रिपोर्ट के आधार पर सीमांकन का आदेश देने वाले तहसीलदार की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। पटवारी ने 25 अप्रैल 2024 को अपनी रिपोर्ट पेश की है।
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