Anwar Dhebar arrested in Chhattisgarh liquor scam case: शराब घोटाले में फर्जी होलोग्राम मामले में यूपी एसटीएफ ने अनवर ढेबर को गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार (18 जून) देर रात तक खूब हंगामा हुआ। आज ढेबर को रायपुर में जज अनीता ध्रुव की कोर्ट में पेश किया गया है। यहां से ट्रांजिट रिमांड लेकर उसे यूपी की मेरठ कोर्ट में पेश करने की तैयारी चल रही है।
इससे पहले जब यूपी एसटीएफ अनवर ढेबर को हिरासत में लेने रायपुर पहुंची तो अनवर ढेबर के समर्थकों से हाथापाई हो गई। वहीं डॉक्टरों ने ढेबर को यात्रा के लिए फिट घोषित कर दिया है।
दरअसल, अनवर को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी, लेकिन मंगलवार देर शाम जैसे ही वह जेल से बाहर आया तो यूपी एसटीएफ उसके सामने थी। समर्थकों के हंगामे के बाद उसे सिविल लाइंस थाने ले जाया गया। हंगामे को देखते हुए थाने के अंदर और बाहर 200 से ज्यादा पुलिस जवान तैनात किए गए थे।
अनवर के वकील ने लगाया अपहरण का आरोप
अनवर ढेबर के वकील अमीन खान ने छत्तीसगढ़ पुलिस पर अनवर ढेबर को अपहरण करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि उन्हें हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है और शाम तक रिहा होना था, लेकिन उन्हें देर रात तक हिरासत में रखा गया। परिजन ढेबर को खराब हालत में अस्पताल ले जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने अनवर ढेबर को अस्पताल नहीं ले जाने दिया। इसके बाद एक छोटे से कागज में गिरफ्तारी की सूचना दी गई।
अनवर ढेबर को सिविल लाइंस थाने में रखा गया
मंगलवार देर शाम यूपी एसटीएफ की टीम ढेबर को अपने साथ मेरठ कोर्ट ले जाने के लिए रायपुर सेंट्रल जेल पहुंची। इस दौरान टीम और ढेबर समर्थकों के बीच हाथापाई भी हुई। अनवर के परिजन और समर्थक उसकी तबीयत खराब होने की बात कहकर उसे अस्पताल ले जाना चाहते थे। लेकिन परिजनों को अस्पताल ले जाने की जरूरत बताते हुए टीम एंबुलेंस में ही अनवर को सिविल लाइंस थाने ले आई।
थाने लाए जाने की सूचना के बाद ढेबर के समर्थक भी टीम के साथ बड़ी संख्या में थाने पहुंच गए। किसी भी तरह के विवाद को ध्यान में रखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया, सिविल लाइन थाने को छावनी में तब्दील कर दिया गया। जानकारी के मुताबिक, अनवर ढेबर को चार घंटे तक एंबुलेंस में ही रखा गया, लेकिन बाद में वह खुद ही एंबुलेंस से उतरकर थाने के अंदर चला गया।
डॉक्टर ने यात्रा के लिए फिट बताया
अनवर ढेबर के परिजनों ने कहा कि उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाना जरूरी है। इस पर एसटीएफ ने सिविल लाइन थाने में ही डॉक्टर को चेकअप के लिए बुलाया। जांच के बाद डॉक्टर ने यात्रा के लिए फिट बताया। हालांकि, अनवर ढेबर एंबुलेंस में ही बैठा रहा। डॉक्टर ने कहा कि अनवर यात्रा के लिए फिट है। कोर्ट से अनुमति लेने के बाद एसटीएफ ढेबर को मेरठ कोर्ट ले जाएगी।
ढेबर को मेरठ कोर्ट ले जाने की यूपी एसटीएफ की अर्जी पर आज रायपुर कोर्ट में सुनवाई होगी। अनवर के वकील मेडिकल आधार पर उसे यूपी न ले जाने पर अपना पक्ष रखेंगे। बताया जा रहा है कि आज रायपुर कोर्ट में लंबी सुनवाई चल सकती है।
ढेबर समर्थक रातभर थाने के बाहर डटे रहे
अनवर ढेबर के समर्थकों को डर था कि यूपी एसटीएफ की टीम उसे रात में मेरठ ले जाएगी। इसलिए कई समर्थक रातभर थाने के बाहर डटे रहे। सुबह भी थाने के बाहर 8 से 10 लोग बैठे नजर आए।
यूपी एसटीएफ ने दिया था आवेदन
बताया जा रहा है कि यूपी एसटीएफ ने कारोबारी अनवर ढेबर, आबकारी विभाग के पूर्व अधिकारी अरुणपति त्रिपाठी और रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा को ले जाने के लिए आवेदन दिया था। सेंट्रल जेल की ओर से रायपुर कोर्ट में यह आवेदन दिया गया था। सुनवाई के बाद यूपी पुलिस को ढेबर के साथ अरुणपति त्रिपाठी को ले जाने की मंजूरी मिल गई।
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पुलिस अरुणपति त्रिपाठी को लेकर मेरठ रवाना
पुलिस रायपुर से निलंबित आबकारी विभाग के अधिकारी अरुणपति त्रिपाठी को लेकर मेरठ रवाना हो गई है। फर्जी होलोग्राम मामले में त्रिपाठी की अहम भूमिका थी। त्रिपाठी पर टेंडर की शर्तें बदलकर विधु गुप्ता को टेंडर दिलाने का आरोप है। त्रिपाठी को मंगलवार रात सेंट्रल जेल से सिविल लाइंस थाने लाया गया था।
हाईकोर्ट से मिली जमानत
शराब घोटाला मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा दर्ज केस में अनवर ढेबर को 14 जून को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी। मंगलवार देर शाम उन्हें रिहा भी कर दिया गया। इस बीच, बताया जा रहा है कि उन्हें मेरठ न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश होने का आदेश जारी किया गया है।
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