अनूपपुर। अमरकंटक थाना क्षेत्र अंतर्गत 27 दिसंबर को ग्राम दुआरीघाट के जंगल में एक अधजली लाश मिली थी, जिसके बाद इलाके में सनसनी फाल गई थी. पुलिस भी मामले को सुलझाने में एड़ी चोटी एक कर थी. इसी बीच पुलिस को कुछ पुख्ता सुराग हाथ लगे औऱ दोनों हत्यारे पुलिस के गिरफ्त में आ गए. मृतक की पत्नी और उसके साले ने वारदात को अंजाम दिया था.
पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल के निर्देशन पर थाना प्रभारी अमरकंटक मनोज दीक्षित और अन्य बल ने घटना स्थल के आसपास के लोगों से पूछताछ की. जहां मृतक की पहचान सुखराम पिता जैतराम मरावी निवासी ग्राम पिपरिया थाना गौरेला जिला जीपीएम छ.ग. के रूप में हुई. जहां पता चला की सुखराम मरावी अपनी पहली पत्नी को छोड़कर ग्राम पमरा निवासी देवंती बाई को दूसरी पत्नी बनाकर 8 से 9 साल से ग्राम पमरा अमरकंटक में रह रहा था.
पुलिस ने मृतक की पत्नी देवंती बाई से मृतक के संबंध में पूछताछ की. जहां पूछताछ के दौरान देवंती बाई ने बताया कि उसका पति सुखराम आए दिन शराब पीकर उसके साथ मारपीट करता था. 23 दिसम्बर 2021 की रात्रि को पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ, जिस पर उसकी पत्नी देवन्ती बाई ने लोहे के सब्बल से सुखराम मरावी के सिर और नाक पर हमला कर दी थी, जिससे वह बेहोश हो गया. 25 दिसम्बर को उसकी मौत हो गई.
उसने अपने पति के शव को अपने भाई शिवकुमार के वाहन क्रमांक एमपी 20 टी 8744 से दुआरीघाट के जंगल बिलासपुर रोड़ के किनारे फेंक दिए था, जिसके बाद पुलिस ने मृतक की पत्नी देवंती बाई और मृतक के साला शिवकुमार को गिरफ्तार किया गया है. घटना में प्रयुक्त लोहे के सब्बल और वाहन क्रमांक एमपी 20 टी 8744 को पुलिस ने जब्त कर लिया है. दोनों के खिलाफ धारा 302, 201 के तहत कार्रवाई की गई है.
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