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कैसे लागू होगा MODI का 100 डेज प्लान ? मुस्लिम आरक्षण, UCC, अग्निवीर पर सहमति नहीं, क्या JDU और TDP के सामने झुकेगी BJP ?

PM Narendra Modi 100 Day Agenda UCC One Nation One Election: योजना तैयार थी। तीसरी बार पीएम बनते ही नरेंद्र मोदी क्या बड़े फैसले लेंगे, किस पर फोकस रहेगा, इसकी कार्ययोजना तैयार थी। फिर 4 जून 2024 आया और स्थिति बदल गई। 400 पार करना तो दूर, भाजपा बहुमत के आंकड़े से भी दूर रह गई। एनडीए को बहुमत तो मिला, लेकिन दो मजबूत गठबंधन सहयोगी टीडीपी और जेडीयू उसके साथ आ गए। इनके बिना फिलहाल बहुमत नहीं है और उन्हें इस 100 दिन की योजना की कई बातें मंजूर नहीं हैं।

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PM Narendra Modi 100 Day Agenda UCC One Nation One Election: नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू समान नागरिक संहिता, सीएए-एनआरसी, पूजा स्थल अधिनियम को खत्म करने, मुस्लिम आरक्षण और एक राष्ट्र-एक चुनाव पर कई बार विरोध दर्ज कराते रहे हैं।

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PM Narendra Modi 100 Day Agenda UCC One Nation One Election: हालांकि, भाजपा सूत्रों के मुताबिक पार्टी गठबंधन धर्म का पालन करेगी, लेकिन किसी की अनावश्यक मांगों के आगे नहीं झुकेगी। भाजपा ने प्लान-बी पर भी काम करना शुरू कर दिया है और छोटे दलों समेत निर्दलीय उम्मीदवारों से बातचीत की जा रही है।

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मोदी का 100 दिन का एक्शन प्लान क्या है?

PM Narendra Modi 100 Day Agenda UCC One Nation One Election:
सबसे पहले जानते हैं कि मोदी का 100 दिन का एक्शन प्लान क्या है? 23 फरवरी 2024 को दिल्ली में पीएम मोदी ने मंत्रियों से अगले 5 साल का रोडमैप और 100 दिन का एक्शन प्लान बनाने को कहा था। आचार संहिता के दौरान अफसर इस पर होमवर्क करते रहे।

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100 दिन में इन मुद्दों पर एक्शन लेने की तैयारी थी ?

PM Narendra Modi 100 Day Agenda UCC One Nation One Election: 5 अप्रैल को राजस्थान के चूरू में एक चुनावी रैली में खुद मोदी ने कहा, ‘हमने 10 साल में जो काम किया, वह तो ट्रेलर था, पूरी पिक्चर अभी बाकी है।’ इस प्लान की जानकारी हमें बीजेपी के सूत्रों से मिली। इसके मुताबिक, 100 दिन में इन मुद्दों पर एक्शन लेने की तैयारी थी…

1. वन नेशन-वन इलेक्शन
2. यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC)
3. मुस्लिम आरक्षण खत्म करना
4. प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट में बदलाव
5. दिल्ली मास्टर प्लान
6. वक्फ बोर्ड खत्म करना
7. महिला आरक्षण
8. 70 साल के बुजुर्गों के लिए मुफ्त इलाज
9. पेपर-लीक नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कानून
10. CAA का कम्प्लीट इम्प्लिमेंटेशन
11. यूनियन बजट
12. न्यू एजुकेशन पॉलिसी
13. जनगणना (2026 में परिसीमन होना है)
14. लखपति दीदी की संख्या 3 करोड़ तक ले जाना
15. PM सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना
16. किसानों के लिए ऑयल सीड्स और पल्सेज पर ध्यान
17. भारत को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना
18. रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म पर ध्यान देना
19. स्केल, स्कोप, स्पीड, स्किल के एजेंडे पर काम करना

जेडीयू को किन मुद्दों पर आपत्ति है ?

जेडीयू की ओर से नीतीश कुमार ने सांसदों के समर्थन की चिट्ठी बीजेपी को सौंप दी है. इसके एक दिन के अंदर ही जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने अग्निवीर और समान नागरिक संहिता पर सवाल उठा दिए हैं.

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केसी त्यागी ने कहा, ‘अग्निवीर योजना को लेकर लोगों में गुस्सा है. हमारी पार्टी इस पर विस्तार से चर्चा करना चाहती है. यूसीसी पर हमारा 10 साल पुराना स्टैंड है. नीतीश कुमार ने विधि आयोग को चिट्ठी लिखी थी कि इसमें सुधार होना चाहिए, लेकिन सभी से पूछकर करें.’

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‘हम इसके खिलाफ नहीं हैं, लेकिन सभी के हितों का ख्याल रखते हुए इसका हल निकाला जाना चाहिए. हम एक राष्ट्र-एक चुनाव पर साथ हैं. पूरा देश जाति जनगणना को स्वीकार कर रहा है, किसी में इसका विरोध करने की हिम्मत नहीं है.’

जिन मुद्दों पर जेडीयू चर्चा करना चाहती है ?

1. एक राष्ट्र-एक चुनाव

2. समान नागरिक संहिता

3. अग्निवीर (अग्निपथ योजना)

4. मुस्लिम आरक्षण समाप्त करना

5. पूजा स्थल अधिनियम में बदलाव

6. वक्फ बोर्ड को समाप्त करना

7. सीएए का पूर्ण क्रियान्वयन

इन सबके अलावा नीतीश महिला आरक्षण के भीतर ओबीसी और एससी/एसटी महिलाओं के लिए अलग से आरक्षण की पहल भी कर सकते हैं। जेडीयू सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में विनिवेश का भी विरोध कर रही है।

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