छत्तीसगढ़

‘काम नहीं तो वोट नहीं’: छत्तीसगढ़ में ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव बहिष्कार की दी चेतावनी, जानिए क्या है इनकी मांगें

Surajpur villagers warn of boycotting Lok Sabha elections: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में सैकड़ों ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी। ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर करंजी गांव में रैली निकाली और ‘काम नहीं तो वोट नहीं’ के नारे लगाए। दरअसल, जिले के करंजी रेलवे स्टेशन के पास लोगों के आवागमन के लिए रेलवे क्रॉसिंग अंडरब्रिज का निर्माण अब तक नहीं हो सका है, जिसकी मांग ग्रामीण वर्षों से कर रहे हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि कई बार आवेदन देने के बाद भी जब रेलवे क्रॉसिंग अंडर ब्रिज की मांग को नजरअंदाज किया गया तो उन्होंने अब लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है। उनकी मांग है कि पुल का निर्माण कराया जाए। करंजी गांव जिला मुख्यालय से करीब 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां की आबादी लगभग 3000 है, जहां 95 प्रतिशत लोग किसान हैं, जो अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण खेती पर निर्भर करते हैं।

खेती की 50 फीसदी जमीन रेलवे लाइन के दूसरी तरफ

यहां के किसानों की 50 फीसदी जमीन रेलवे लाइन के दूसरी ओर यानी ग्राम झुमरपारा भटगांव जाने वाली सड़क के उत्तर दिशा में स्थित है. प्रतिदिन किसान रेलवे लाइन पार कर खेती करने आते हैं। कृषि कार्य के लिए मवेशियों को ले जाने के लिए रेलवे लाइन पार करने में किसानों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है।

कभी-कभी खेतों से आते-जाते समय ट्रेन की चपेट में आने से मवेशियों की जान भी चली जाती है। रेलवे लाइन के नीचे पुलिया नहीं होने के कारण यदि किसानों को अपनी फसल ट्रैक्टर से घर लानी होती है तो उन्हें ग्राम झुमरपारा नवापारा, राई, दतिमा, खरसुरा होते हुए लगभग 20 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है।

अधिकारियों ने समस्या का समाधान नहीं किया

इसके चलते करंजी रेलवे लाइन के नीचे पुल की मांग को लेकर कई बार रेलवे के उच्च अधिकारियों को आवेदन दिया गया, लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं निकला।ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक और मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े से भी कहा है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक वे चुनाव का बहिष्कार करेंगे।

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