Chaitra Navratri 2024: मां शारदा मंदिर मैहर में लगा श्रद्धालुओं का तांता, कहां गिरा था मां सती का हार, जानिए इससे जुड़ा इतिहास ?
Chaitra Navratri 2024: देशभर में चैत्र नवरात्रि की धूम है, देवी मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है. Madhya Pradesh में भी नवरात्रि (Chaitra Navratri 2024) को लेकर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. चैत्र नवरात्रि के पहले दिन मैहर स्थित मां शारदा के मंदिर में विशेष श्रृंगार और आरती की गई.
देर रात से ही मंदिर में भक्तों का आना शुरू हो गया है. मां शारदा (temple of Maa Sharda) का यह मंदिर पिरामिड आकार की पहाड़ी पर स्थित है। यहां पहुंचने के लिए 1052 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। आइए जानते हैं इस मंदिर के इतिहास और महत्व के बारे में।
History of Maa Sharda Temple Maihar ?
सतना जिले के मैहर में स्थित मां शारदा का मंदिर विंध्य पर्वत श्रृंखलाओं के बीच त्रिकुट पर्वत पर स्थित है। मान्यता है कि आदि गुरु शंकराचार्य ने सबसे (Chaitra Navratri 2024) पहले यहीं मां शारदा की पूजा की थी। विंध्य के त्रिकुट पर्वत का उल्लेख पुराणों में भी मिलता है। नवरात्रि के दौरान यहां हर दिन लाखों श्रद्धालु आते हैं। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए भक्तों को 1052 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं।
माता सती का हार गिर गया था
History of Maa Sharda Temple Maihar: ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर में माता सती का (Chaitra Navratri 2024) हार गिरा था, जिसके कारण इस स्थान का नाम माई का हार पड़ा। परन्तु अपभ्रंश होकर इसका नाम मैहर हो गया। माँ सती का हार गिरने के कारण ही यह भाग मैहर के नाम से जाना जाता है।
उनको पता चला
त्रिकुट पर्वत पर स्थित मां शारदा के मंदिर की (Maa Sharda Temple Maihar) खोज दो सगे भाइयों वीर आल्हा उदल ने की थी। कहा जाता है कि आल्हा और उदल मां शारदा के परम भक्त थे, उन्होंने जंगलों के बीच त्रिकुटा पर्वत की चोटी पर इस मंदिर की खोज की थी। वर्तमान में यह मंदिर आस्था का केंद्र बन गया है। अब यहां देश-विदेश के कोने-कोने से लोग मां के दर्शन के लिए आते हैं।
भीड़ इकट्ठी हो गयी
History of Maa Sharda Temple Maihar: मैहरवाली माता के दरबार में देश-दुनिया से लोग दर्शन करने आते हैं। सामान्य दिनों की अपेक्षा नवरात्र में ज्यादा श्रद्धालु आते हैं। इस बार भी यही स्थिति देखने को मिल रही है, सुबह से ही भक्तों का माता के दरबार में आना शुरू हो गया है. सूबे के मुखिया मोहन यादव भी आज माता रानी के दरबार में हाजिरी लगाएंगे.
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