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महासमुंद लोकसभा सीट की सियासी कहानी: कांग्रेस में 40,000 का दावा, 400 कार्यकर्ता नहीं, मंत्री के कार्यक्रम से साहू समाज की दूरी

गिरीश जगत, गरियाबंद। महासमुंद लोकसभा के चुनाव के महारण के लिए बिंद्रा नवागढ़ में भाजपा व कांग्रेस ने कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन कर जीत के लिए रणनीति बनाई. 15 साल बाद विधानसभा चुनाव में भाजपा के गढ़ में कांग्रेस की जीत से बड़े नेता मंच पर उत्साहित दिखे, तो इधर भाजपा में भी महिला वंदन और मोदी की गारंटी को लेकर जीत के प्रति प्रत्याशी से लेकर बड़े नेता आश्वस्त नजर आए. लेकिन दोनों पार्टियों के कार्यक्रम में दिखा नजारा आला कमान को सोचने में मजबूर कर देगी.

कांग्रेस के सम्मेलन में नहीं पहुंचे कार्यकर्ता

Political story of Mahasamund Lok Sabha seat: कुर्मीबासा में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने दोपहर 12 बजे ओडिसा के रास्ते लोकसभा प्रत्याशी ताम्रध्वज साहू देवभोग पहुंचे, तो कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. सम्मेलन में कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा की तरह लोकसभा में भी जीत दिलाने के लक्ष्य के साथ काम करने की अपील की.

Political story of Mahasamund Lok Sabha seat: कांग्रेस नेता द्वारिकाधीश ने बिंद्रा नवागढ़ से 40 हजार मतों से बढ़त का दावा कर खल्लारी में भी ऐसी बढ़त बनाने का दावा किया. लेकिन सम्मेलन में सत्ता के समय दिखने वाले कई चेहरे नदारद रहे. यहां तक हजार लोगों की मौजूदगी का दावे के बीच 250-300 कार्यकर्ता ही जुटे थे.

भाजपा प्रत्याशी के कार्यक्रम में नहीं दिखे साहू नेता

Political story of Mahasamund Lok Sabha seat: वहीं दूसरी ओर भाजपा का विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में गोहरापदर में था, देवभोग दौरे के बाद भाजपा प्रत्याशी रूपकुमारी चौधरी गोहरापदर में आयोजित सम्मेलन में पहुंची, यहां राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, पूर्व विधायक डमरूधर पुजारी के साथ जिले-मंडल के कई बड़े पदाधिकारी मौजूद रहे.

Political story of Mahasamund Lok Sabha seat: इस सम्मेलन में सांसद चुन्नी लाल साहू, पूर्व सांसद चंदूलाल साहू, रामकुमार साहू, रामुराम जैसे कई बड़े नेता नहीं दिखे जो चर्चा का विषय बना रहा.

इसके अलावा व्यापक प्रचार व पर्याप्त संसाधन के बावजूदबीड़ अपेक्षा से कम रही. सम्मेलन में सिहारलिटी, धारनीधोडा, गुरजीभांठा, डुमरपीटा के कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाजपा प्रवेश किया.

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