अनूपपुर में करप्शन का गोरखधंधा: सेड में 14 लाख पानी में बहाया, अब मंगल भवन में 1 करोड़ 30 लाख डूबाने की तैयारी, आंख में पट्टी बांध बैठे जिम्मेदार अधिकारी
नगर पालिका अध्यक्ष सुमन राजू गुप्ता के कार्यकाल में हो रहा सब खेल!
शैलेंद्र विश्वकर्मा,अनूपपुर। मध्य प्रदेश में करप्शन पर करप्शन हो रहा है. सरकार भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई की बात जरूर कहती है, लेकिन कार्रवाई नहीं होने से भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद हैं. अनूपपुर जिले में करप्शन की बाढ़ आ गई है. रोजाना भ्रष्टाचार की डायरी से नए पन्ने खुल रहे हैं. जिससे दफ्न राज बाहर आ रहे हैं. दरअसल नगर पालिका परिषद पसान के कारनामे जान आप भी हैरान में पड़ जाएंगे. यहां मंगल भवन के नाम पर करप्शन का अमंगल हो रहा है. 14 लाख रुपये की लागत से सब्जी मंडी के लिए सेड का निर्माण किया गया था, जिसे तोड़कर अब 1 करोड़ 30 लाख की लागत से मंगल भवन का निर्माण हो रहा है. यानि पैसा डकारने का फुल खेल चल रहा है. इसमें अधिकारियों की भी संलिप्तता हो सकती है, इसीलिए तो न कोई जांच होती न ही कोई कार्रवाई की जाती है.
जानकारी के मुताबिक अनूपपुर के नगर पालिका परिषद पसान में मंगल भवन निर्माण के लिए लाखों रुपए की लागत से निर्मित चबूतरे को तोड़ दिया गया है. उसे तोड़कर मंगल भवन की नींव रखी जा रही है. जिस का भूमि पूजन और शिलान्यास 21 दिसंबर को नगर पालिका अध्यक्ष सुमन राजू गुप्ता ने किया है. जब सब्जी मंडी के लिए किए गए सेड को तोड़ना ही था, तो बनाया क्यों गया ? ऐसा कर शासकीय राशि का दुरुपयोग किया गया.
14 रुपए की लागत से बना था सब्जी मंडी सेड
करीब साल 2010 में नगर पालिका अध्यक्ष सुमन राजू गुप्ता ने अपने पूर्व कार्यकाल में वार्ड क्रमांक 7 में चर्च के पास 14 लाख रुपये की लागत से सब्जी मंडी सेड का निर्माण कराया गया था. जिसे 21 दिसंबर को जेसीबी के जरिए तोड़ दिया गया. जिसके पीछे नगर पालिका यह वजह बता रही है कि अब यहां पर करीब डेढ़ करोड रुपए की लागत से सर्व सुविधा युक्त मंगल भवन बनाया जाएगा.
नपा क्षेत्र में कहीं अन्य जगह नहीं मिली भूमि
नगरवासियों ने इस मामले में नगर पालिका परिषद का विरोध जताया है. उन्होंने कहा कि नगर पालिका अध्यक्ष सुमन ने अपने वार्ड में चबूतरे पूर्व के कार्यकाल में निर्मित कराए थे. जिसके बाद सब्जी व्यापारियों ने दूर होने की वजह से यहां सब्जी मंडी नहीं लगाई. जिस पर नगर पालिका ने कड़ाई से कोई भी कार्रवाई भी नहीं किया. ऐसे में सब्जी मंडी भी नहीं लगी. अब उसी स्थान पर मंगल भवन बनाए जाने के निर्णय पर विरोध हो रहा है. नगर वासियों का कहना है कि यह जगह नगर से काफी किनारे स्थित है. इसके साथ ही यह जंगलों से लगा हुआ है. जिस कारण इसकी उपयोगिता पर भी प्रश्न चिन्ह बना रहेगा. कहीं सेड की तरह मंगल भवन भी खाली न पड़ा रह जाए.
मंगल भवन की उपयोगिता पर भी संदेह
जिस तरह सब्जी मंडी सेड बनाए जाने के बाद कभी भी इसका उपयोग नहीं हुआ, उसी तरह मंगल भवन की उपयोगिता को लेकर भी संदेह बना हुआ है. यह जगह भी वीरान क्षेत्र में है, जिस कारण आवागमन और वन क्षेत्र से लगे होने के कारण स्थानीय रहवासियों को वैवाहिक आयोजन किए जाने पर भी असुविधाओं का सामना करना पड़ेगा. जिसको नजरअंदाज कर नगर पालिका मनमानी तरीके से निर्माण कार्य करा रहा है. बता दें कि स्वच्छता अभियान फेल है. हर तरफ गंदगी फैली हुई है. जिले में रैन बसेरा नहीं है. जबकि रैन बसेरा नगर पालिका, निगम में होता है.
क्या कह रहे जिम्मेदार अधिकारी ?
पसान नगर पालिका सीएमओ आर एस हलवाई ने MP-CG टाइम्स से बातचीत में कहा कि सब्जी मंडी में बने सेड़ को तोड़ा नहीं जा रहा है, उसकी साफ सफाई की जा रही है. कौन बनवाया और कसके कार्यकाल में बना है, इसकी जानकारी नहीं है. हो सकता है कि सहकारिता विभाग बनवाया हो. इसके बाद अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से बचते नजर आए. जबकि वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि सब्जी मंडी सेड को जेसीबी मशीन से तोड़ा जा रहा है. बड़ा सवाल यह है कि जब सेड का कोई उपयोग नहीं हो सका, तो क्या गारंटी है कि मंगल भवन का उपयोग किया जाएगा.
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