जोधपुर: अक्सर शादी समारोह में लोग कुछ नया करने को सोचते हैॆ, ताकि उनकी शादी यादगार बन जाए. एक ऐसी ही कहानी जयपुर में देखने को मिली जहां दूल्हा घोड़ी से नहीं हेलीकॉप्टर से दुल्हन को लेने पहुंचा. शादी समारोह में अक्सर लोग दिल खोलकर पैसा खर्च करते हैं. इन दिनों तो शादी-समारोह का अलग ही ट्रेंड चल पड़ा है.
जहां कुछ लोग डेस्टिनेशन वैडिंग बढ़-चढ़कर कर रहे है तो वहीं कुछ लोग विवाह समारोह की साज सजावट में लाखों रुपए खर्च कर रहे है. खास बात ये है कि इस बदलाव का असर अब छोटे गांव ढाणी तक देखने को मिल रहा है. यहां लोग अपने बच्चों की शादी को यादगार बनाने के लिए लाखों रुपये खुशी-खुशी खर्च कर रहे हैं. फिलहाल घटियाला गांव का एक दूल्हा हेलीकॉप्टर से ससुराल पहुंचा तो चर्चा का विषय बन गया.
घोड़ी पर सवार होकर नहीं हेलीकॉप्टर में बैठकर ससुराल पहुंचा दूल्हा
दरअसल जोधपुर जिले के घंटियाला गांव के यासीन की शादी थी. यासीन अपनी दुल्हन को लेने के लिए घोड़ी पर सवार होकर नहीं बल्कि हेलीकॉप्टर में बैठकर अपनी ससुराल जालोड़ा पहुंचा था. दूल्हे मियां हेलीकॉप्टर से आए तो उनके स्वागत के लिए हेलीपैड के पास भारी भीड़ जमा हो गई. इसके बाद दूल्हा और दुल्हन का निकाह पढ़वाया गया. शादी राजी-खुशी संपन्न होने के बाद दूल्हा अपनी दुल्हन की विदाई कराकर हेलीकॉप्टर से ही उसे अपने घर लेकर आया. बता दें कि ये सारा इंतजाम यासीन खान के भाई महबूब खान ने किया था.
हेलिकॉप्टर की बुकिंग 7 लाख 50 हजार में तय हुई थी
खेती का काम करने वाले महबूब खान के छोटे भाई यासीन की शादी थी. अपने भाई की शादी को यादगार बनाने के लिए महबूब खान हेलीकॉप्टर की 7 लाख 50 हजार में बुकिंग तय की थी, लेकिन पुलिस ने परमिशन देने से इंकार कर दिया था. लेकिन किसी तरह महबूब खान को हेलीकॉप्टर की परमिशन मिल गई. इसके बाद हेलिकॉप्टर में बैठकर ही दूल्हा बना यासीन अपनी ससुराल पहुंचा. फ्लाइट सुपरवाइजर फारुख खान ने सुरक्षित तरीके से हेलीकॉप्टर का लैंडिंग और टेक ऑफ कराया.
read more- Landmines, Tanks, Ruins: The Afghanistan Taliban Left Behind in 2001