गिरीश जगत, गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में धडल्ले से अवैध रेत का उत्खनन जारी है, लेकिन सिस्टम को नजर नहीं आ रहा है। माफिया धड़ल्ले से नदियों का सीना चीर रहा है। मोहेरा घाट में कलेक्टर की नजर पड़ी तो अवैध खदान शुरू होने से पहले प्रशासन ने चेन माउंटेन उठाकर ले आया, लेकिन गरियाबंद में 7-8 खदान अभी भी अवैध तरीके से संचालित हैं, उन पर मेहरबानी बरती जा रही है। उन खदानों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही हैं, कहीं सांठगांठ की कहानी तो नहीं छिपी है।
दरअसल, गरियाबंद जिले में अवैध रेत खदान धड़ल्ले से जारी है। राजिम से लेकर देवभोग तक अवैध रेत खनन से रोजाना प्रशासन को हजारों रुपए की रॉयल्टी का नुकसान हो रहा है। इसी बीच पैरी नदी पर अवैध रेत खदान शुरू करने निकासी मार्ग बनाने में लगी एक चेन माउंटेन मशीन पर कलेक्टर दीपक अग्रवाल को नजर पड़ी। शनिवार को शाम करीबन 7 बजे कलेक्टर राजिम मेले की तैयारी का जायजा लेकर लौट रहे थे।
शुरू होने से पहले एक अवैध खदान पर एक्शन
मोहेरा घाट में चल रहे अवैधानिक गतिविधि को देख रुक गए। उन्होंने तत्काल गठित टास्क फोर्स को कार्रवाई के निर्देश दिए। अमला रात को पहुंचकर आधी रात तक मशक्कत कर माउंटेन को कोतवाली पुलिस के हवाले किया। शुरू होने से पहले एक अवैध खदान पर कार्रवाई से रेत माफिया में हड़कंप मचा हुआ है।
टास्क फोर्स जब्त कर रही वाहन, मशीन जब्त करने में नाकाम
गरियाबंद में कोपरा, हथखोज, परसदा,सरकडा में रेत के अवैध खदान जारी है, जबकि एनीकेट में पानी आने के कारण सिंधोरी, चोबेबंधा दो दिन पहले बंद हुआ है। धमतरी के डूमर पाली खदान से रेत की निकासी सरकडा से धमतरी के परेवाडीग के लीगल खदान से देर रात जारी अवैध परिवहन राजिम नवीन मेला मार्ग से निकल रहा है। सभी अवैध खदान में रेत का परिवाहन रात 10 बजे के बाद होता है।
रोजाना 300 हाईवा रेत नदिया से खाली
रोजाना 300 से ज्यादा हाईवा नदियों का सीना चीर दौड़ लगा रहे हैं। कार्रवाई के नाम पर हाईवा की जप्ति हो रही है।लेकिन खदान पुरी तरह से बंद नही हो पा रहा है।कार्यवाही के लिए टास्क फोर्स का गठन भी हुआ है जो वाहन पकड़ रहे,लेकिन ख़दानों में मौजूद मशीनों को बंद कराने में नाकाम साबित हो रहा है।
कुटेना में हुई कुटाई पर कार्रवाई नहीं
पखवाड़े भर पहले कूटेना के अवैध रेत घाट पर कार्रवाई करने पहुंची थी, जिस पर दर्जनों लोगों ने हमला बोल दिया। चालक की पिटाई और वाहन में तोड़फोड़ की गई। मामले में 15 से ज्यादा लोगों के खिलाफ कई धाराओं के तहत मामला भी दर्ज किया गया, लेकिन गिरफ्तारी की कार्रवाई बाकी है। सरकारी अमले पर हमले के बाद सीधी घाट में दबिश देने प्रशासनिक अमला असुरक्षित महसूस कर रहा है।
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