गिरीश जगत, गरियाबंद। बहू दिव्यांग आश्रम में रहने वाले बच्चों से 16 अगस्त को गरियाबंद प्रवास के दौरान ग्रैंड ग्रुप के चेयरमेन गुरुचरण सिंह बच्चों से मिलने पहुँचे थे।
इस दौरान बच्चों की पीड़ा से अवगत होते हुए हर संभव मदद करने कि आश्वासन इनके द्वारा दिया गया था। नीतेश और परमेश्वर ने होरा को दो दिन पूर्व अवगत कराया की स्कूल और आश्रम के बीच में ज़्यादा दूरी है ।
पढ़ाई करने जाने में दिक़्क़त हो रही है। किसी योजना से सायकल मिल जाती तो बहेतर होता। उनकी पीड़ा को समझते हुए दोनों बच्चों से दूरभाष के माध्यम से पूछा अपनी मनपसंद सायकल का नाम बतलाओ और दोनों बच्चों की मनपसंद एक एक रेंजर साइकिलें उन्हें भेट् की।
इस दौरान इन बच्चों की चेहरे की मुस्कान किसी को भी भावुक कर सकती थी इस दौरान बच्चों ने कहा लव यू होरा अंकल। बताते चलें की परमेश्वर जहां एक आँख से दिव्यांग है वही नीतेश बोलने और सुनने में असमर्थ हैं।
यह लोग अपने जीवन में संघर्ष करते हुए पढ़ाई कर रहे हैं और रोजाना स्कूल जाते हैं। इनका स्कूल दूर है और दोनों ही गरियाबंद से 11 किलोमीटर दूर फ़ुलकर्रा शासकीय स्कूल में पढ़ने जाते हैं। आने जाने की दिक्क्त को देखते हुए दोनों बच्चों ने सायकल की माँग की थी।
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