मंत्री बिसाहूलाल ने विरोध के बाद मांगी माफी: कहा- अधूरा VIDEO वायरल कर निकाला गया गलत अर्थ, अनूपपुर में सवर्ण महिलाओं पर दिया था विवादित बयान
शैलेंद्र विश्वकर्मा,अनूपपुर। मध्य प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने सवर्ण महिलाओं को लेकर विवादित बयान दिया था. करणी सेना समेत तमाम विरोधी दल के विरोध के बाद मंत्री ने बयान पर खेद जताते हुए माफी मांग ली है. उन्होंने कहा कि यदि मेरे वक्तव्य से किसी जाति या वर्ग क्षुब्ध हुआ है, तो मैं बड़ी विनम्रता से कह रहा हूं कि मेरे मन में ऐसा कोई भाव नहीं था. तब भी मुझे खेद व्यक्त करने या क्षमा चाहने में कोई गुरेज नहीं है. मेरा अधूरा वीडियो वायरल कर गलत अर्थ निकाला गया.
राजधानी भोपाल मे मंत्री बिसाहूलाल ने प्रेस कांफ्रेंस किया. उन्होंने कहा अनूपपुर विधानसभा के ग्राम ग्राम फुनगा में सामाजिक संस्था सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय ने कोविड कॉल में जनता की सेवा करने वाले मेडिकल, पैरामेडिकल स्टॉफ और समाजसेवी महिलाओं के सम्मान का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. जिसमें बतौर मुख्य अतिथि मैं सम्मिलित था. महिलाओं को संबोधित करते हुए महिलाओं को पुरूषों के बराबर सभी क्षेत्रों में समान भागीदारी निभाने को कहा.
मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कहा कि घरों के महिलाओं को भी समाजिक और राजनैतिक क्षेत्र में बराबर की भागीदारी करनी चाहिए. मैंने मेरी स्थानीय भाषा में उपस्थित महिलाओं से कहा कि आप क्षत्रिय और अन्य सामान्य वर्ग की महिलाओं के घर जाकर उनसे संपर्क कर उन्हें भी घरों से बाहर निकालकर अपने साथ सामाजिक कार्यों में जोड़िए. ताकि उनकी शिक्षा और योग्यता का लाभ वंचित और गरीब वर्ग की महिलाओं को भी मिल सके.
उन्होंने कहा कि मेरा संबोधन एक पवित्र उद्देश्य के लिए था कि सभी वर्गों की महिलाएँ समान रूप से सामाजिक और राजनैतिक क्षेत्र में बराबर की सहभागिता निभाए, ताकि संपूर्ण नारी समाज का सशक्तिकरण हो सके. दुर्भाग्य पूर्ण है कि कुछ विघ्न संतोषी विचार धारा के राजनैतिक कार्यकर्ताओं ने मेरे सम्पूर्ण भाषण को प्रर्दशित न करते हुए उसमें से कुछ अंश निकालकर प्रदर्शित किया. जिससे लोगों की भावनाएं आहत हो सके.
मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने आगे कहा कि पूर्ण वीडियो के प्रदर्शन से सभी जनों को मेरी भावनाएं ठीक ढंग से समझ आतीं. उसकी कोई प्रतिक्रिया भी नहीं होती. बावजूद यदि मेरे वक्तव्य से किसी जाति या वर्ग क्षुब्ध हुआ है, तो मैं बड़ी विनम्रता से कह रहा हूँ कि मेरे मन में ऐसा कोई भाव नहीं था. तब भी मुझे खेद व्यक्त करने या क्षमा चाहने में भी कोई गुरेज नहीं है.
बता दें कि अनूपपुर विधायक व मंत्री बिसाहू लाल सिंह ने ग्राम फुनगा में महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा था कि महिला और पुरुष को समान रूप से काम करना चाहिए. खासकर सवर्ण समाज के लोग अपने घर की औरतों को कोठरी में बंद कर रखते हैं, काम करने निकलने नहीं देते. उन्होंने कहा था कि समाज में समानता लाना है तो उधा जाति की महिलाओं को पकड़ कर बाहर निकालो. गांव की महिलाएं धान काटती हैं, गोबर लीपती हैं और अन्य काम करती हैं. यह काम बड़े घर की महिलाएं भी करें तभी महिलाओं में समानता आएगी.
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