कलम को ‘गुलाम’ करने की साजिश ! TI धीरज राज का क्रिमिनल्स से सांठगांठ !, पत्रकारों और बेगुनाहों पर फर्जी केस, CM और गृहमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन, IG-SP क्यों मेहरबान ?
गणेश मरावी,डिंडोरी। सवाल पूछना और सच छापना पत्रकारों का काम है, लेकिन मध्यप्रदेश के डिंडोरी जिले में ‘कलम’ को दबाने की षड्यंत्र रची गई. कलम पर खाकी जुल्म ढा रही और गुलाम बनाने की साजिश रची जा रही है. फर्जी केस में फंसाया जा रहा है. बेगुनाहों पर जुल्म और अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है. समनापुर थाना प्रभारी धीरज राज पर षड्यंत्र पूर्वक पत्रकारों और अन्य लोगों के खिलाफ फर्जी मामला दर्ज करने का आरोप लगा है. टीआई के खिलाफ कई शिकायतें भी हैं, लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया. बड़े पुलिस अफसर भी टीआई पर मेहरबान नजर आ रहे हैं. इसी सिलसिले में आज जिले के पत्रकारों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री के नाम कलेक्टर को 8 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है. उनके खिलाफ एक्शन लेने की मांग की गई है.
दरअसल समनापुर थाना प्रभारी धीरज राज पर आरोप है कि वो षड्यंत्र पूर्वक पत्रकारों सहित अन्य लोगों के खिलाफ फर्जी मामला दर्ज कर अनैतिक दवाब बनाया जा रहा है. जिससे आमजनों में भय का माहौल है. समनापुर थाना प्रभारी धीरज राज ने कई को फर्जी मामला दर्ज कर जेल भेज दिया हैं. कई मामलों में अपराधियों से सांठगांठ कर अपराधियों को बचाया जाता है. पद का दुरुपयोग कर मनमानी तरीके से अपराधियों को संरक्षण देने और बेगुनाहों को जबरन फर्जी मामलों में फंसाकर जेल भेजने का काम किया जा रहा है.
पत्रकार को जेल भेजने की फिराक में था टीआई
इस टीआई की पुलिस महानिदेशक कार्यालय और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सैकड़ों शिकायत की जांच लंबित हैं. डीजीपी के आदेश जारी करने के बाद भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. वर्तमान में एक पत्रकार के ऊपर संज्ञेय अपराध पंजीबद्ध कर जेल भेजने के फिराक में थे, लेकिन न्यायालय ने निराधार मानते हुए जमात में रिहा कर दिया। गृह विभाग ने पत्रकारों के खिलाफ प्राप्त शिकायतों का एसडीओपी और एएसपी रैंक के अधिकारियों से जांच कराने के बाद अपराध पंजीबद्ध किए जाने के निर्देश दिए है. जिसका उल्लंघन टीआई धीरज राज ने किया है.
ये है पत्रकारों की मांग
पत्रकारों ने समनापुर थाना में पदस्थ टीआई धीरज राज, हवलदार हेमंत सार्वे को थाना से हटाकर मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच कराये जाने की मांग की है. धीरज राज कार्यवाहक थाना प्रभारी के पद में पदस्थ है.
इनका कार्यवाहक प्रभार निरस्त जाए और सम्बंधित को मूल पद पर वापस पदस्थ किया जाए. पुलिस द्वारा दुर्भावनापूर्ण तरीके से की गई कार्रवाई से डिंडोरी जिले के पत्रकार भयभीत हैं. इस तरह बेबुनियाद शिकायतों पर पत्रकारों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तारी की जाएगी, तो पत्रकारिता करना मुश्किल हो जाएगा.
सार्थक परिणाम की उम्मीद
पत्रकारों ने पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे को मामले को लेकर अवगत कराते हुए ज्ञापन दिया था. मुख्यमंत्री व गृह मंत्री से आज बैठक संभावित है. इस विषय को लेकर शीघ्र ही सार्थक परिणाम की उम्मीद की जा सकती है. अब देखना यह होगा कि इस पर क्या कुछ कार्रवाई की जाती है.
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