Former minister Nankiram Kanwar News: कोरबा में उरगा-चांपा नेशनल हाईवे मामले में मुआवजा मिलने की बात पर छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री और बीजेपी विधायक ननकी राम कंवर भड़क गए हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा बोलने वाला व्यक्ति बेवकूफ और ठेकेदार का दलाल है. कहा कि, अगर कलेक्टर ऐसे लोगों को छोड़ेंगे तो वे भी मार खाएगा.
बीजेपी विधायक ने कहा कि वह इस मामले की शिकायत प्रधानमंत्री से करेंगे. दो दिन पहले एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया था कि विधायक ने खुद छह माह पहले दो करोड़ 34 लाख 67 हजार 324 रुपये का मुआवजा लिया था, फिर भी उन्होंने अपनी राइस मिल नहीं हटायी है.
मेरे बारे में बोलने वाला बेवकूफ
पूर्व गृह मंत्री ननकी राम ने कहा कि उरगा-चांपा राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए जमीन देने वाले दर्जनों ग्रामीणों को मुआवजा नहीं मिला है. बिना कोई मुआवजा दिए उसका मकान तोड़ दिया गया.
अब ये आपको बारिश में बिल्कुल भी तोड़ने नहीं देंगे. वहीं, एनएचएआई अधिकारी के खुद को मुआवजा दिलाने के बयान पर उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति मेरे बारे में इस तरह की बात करता है, वह बेवकूफ है.
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यह आदमी ठेकेदार का दलाल या गुंडा होगा. उन्होंने कहा कि अगर ठेकेदार का आदमी मेरे सामने आकर बहस करेगा. मैंने कई लोगों को मारा है, नहीं छोड़ूंगा. ननकीराम ने कहा कि यदि कलेक्टर गलत काम करने वालों को छोड़ेंगे तो वे भी मार खाएंगे.
चार दिन पहले भी ग्रामीणों ने जाम लगाया था
दरअसल, गुरुवार शाम प्रशासन ने उरगा क्षेत्र में कोरबा-चांपा मार्ग पर ग्राम पताढ़ी में हाईवे के लिए ली गई जमीन पर अतिक्रमण को लेकर कई मकानों और दुकानों को तोड़ दिया. इसके विरोध में शुक्रवार को बीजेपी विधायक और पूर्व गृह मंत्री ननकी राम कंवर ने ग्रामीणों के साथ हाईवे जाम कर दिया.
आरोप लगाया कि प्रशासन ने बिना मुआवजा व नोटिस दिए उनके मकान व दुकानें तोड़ दीं. इसके बाद एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि विधायक ने खुद मुआवजा लिया है. जब ग्रामीणों ने विधिवत फॉर्म ही नहीं भरा है तो उन्हें मुआवजा राशि कैसे जारी होगी.
बिना फॉर्म भरे कैसे मिलेगा मुआवजा ?
हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों का कहना है कि बीजेपी के लोग ही काम में बाधा डाल रहे हैं. पहले वे इलाके की सड़क खराब होने की बात कहकर धरना-प्रदर्शन करते रहे. एनएचएआई के परियोजना निदेशक डीडी पारलावर का कहना है कि कई लोगों ने विधिवत फॉर्म भरकर मुआवजा ले लिया है.
पारिवारिक विवाद है, उसके घर के लोगों ने नहीं लिया है, जबकि ऐसे लोगों को कई बार नोटिस दिया जा चुका है. वहीं कई लोग ऐसे भी हैं जो मुआवजा मिलने के बाद भी निर्माण नहीं हटा रहे हैं. उन्होंने आग्रह किया है कि जन प्रतिनिधि एवं जनता निर्माण में सहयोग करें.
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