गिरीश जगत, गरियाबंद: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा तेन्दूपत्ता संग्राहकों के लिए तेन्दूपत्ता प्रति मानक बोरा की राशि की दर को बढ़ाकर 4000 रूपये किया गया है। इससे जिले के 61 हजार 200 तेन्दूपत्ता तोड़ाई के कार्यो में लगे संग्राहक परिवार लाभान्वित हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक 2500 से बढ़ाकर 4000 रूपए प्रतिमानक बोरा करना ‘शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना’ लागू करने से वन आश्रित परिवारों की जिंदगी में नई रोशनी आई है।
संग्राहकों को इससे अतिरिक्त लाभ हो रहा है
संग्राहकों को इससे अतिरिक्त लाभ हो रहा है जिससे आय बढ़ेगी और बचत भी हो रही है। गर्मी के दिनों में किये गये संग्राहकों को उनके परिश्रम का उचित मेहताना मुख्यमंत्री जी ने दिया है। गौरतलब है कि जिले में तेंदूपत्ता संग्रहण वर्ष 2023 में कुल 70 वनोपज तेन्दूपत्ता सहकारी समितियों के माध्यम से खरीदी की गई।
जिले के 61 हजार 200 तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों द्वारा कुल 77 हजार 573 से अधिक मानक बोरा संग्रहण किया गया, जिसमें 4000 रूपये प्रति मानक बोरा की दर से 31 करोड़ 02 लाख 95 हजार रूपये पारिश्रमिक का भुगतान किया गया। बता दे कि तेंदूपत्ता संग्रहण में गरियाबंद जिला प्रदेश में चौथे स्थान पर है।
जिले में वर्ष 2023 में अग्रिम में नियुक्त क्रेता अंतर्गत वनमण्डल के परसुली परिक्षेत्र मौहाभाठा समिति ने सबसे अधिक 10 हजार 189 रूपये मानक बोरा की दर से क्रय किया गया है। इसी तरह लिटिपारा समिति के द्वारा जिले में सबसे अधिक 2378 से अधिक मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया गया है।
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