4 माफियाओं का एनकाउंटर में खेल खत्म: फोर्स ने 23 दिनों में मिट्टी में मिलाया, राणा-असद के बाद दुजाना ढेर, जानिए पूरी डिटेल
Encounter of 4 mafias in Uttar Pradesh: यूपी पुलिस ने 23 दिन के अंदर यूपी के तीन बड़े माफियाओं को मार गिराया है. यूपी एसटीएफ ने गुरुवार को कुख्यात अनिल दुजाना को मार गिराया है. गौतमबुद्ध नगर के कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना को उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स ने मेरठ में मार गिराया है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक मेरठ में यूपी एसटीएफ और अनिल दुजाना गैंग के बीच सीधी मुठभेड़ हुई, जिसमें अनिल दुजाना मारा गया.
माफिया को मिट्टी में मिलाने का सिलसिला 12 अप्रैल से शुरू हुआ था. इसी क्रम में ढाई लाख के इनामी कुख्यात बदमाश आदित्य राणा को पुलिस ने पहले मुठभेड़ में मार गिराया. इसके बाद 13 अप्रैल को यूपी पुलिस ने एक अन्य मुठभेड़ में अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और उसके साथी गैंगस्टर गुलाम को मार गिराया. दोनों पर पांच लाख रुपये का इनाम था. बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा था कि माफिया को जमीन पर पटक देंगे.
अनिल दुजाना को गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में आतंक का पर्याय माना जाता था. करीब एक सप्ताह पहले वह जेल से छूटा था. जेल से छूटते ही उसने गौतमबुद्ध नगर में अपने खिलाफ गवाही देने वालों को धमकी दी. इसके बाद पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. एसटीएफ ने मुठभेड़ में उसे मार गिराया.
आदित्य राणा
23 अगस्त 2022 को आदित्य शाहजहांपुर के एक ढाबे से पुलिस हिरासत से फरार हो गया था. इसके बाद 12 अप्रैल की देर रात सिओहारा के बुढ़नपुर में पुलिस और आदित्य राणा के बीच मुठभेड़ हुई थी. मुठभेड़ में आदित्य राणा घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
कुख्यात अपराधी आदित्य राणा के खिलाफ हत्या के 6 और लूट के 13 मामलों सहित 47 मामले दर्ज हैं. ढाई लाख के इनामी बदमाश आदित्य राणा थाना सिओहरा के राणा नंगला इलाके का रहने वाला था. मृतक बदमाश आदित्य राणा अपना गैंग चलाता था. हाल ही में पुलिस ने उसके गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार भी किया था.
असद और गुलाम
उमेश पाल हत्याकांड में यूपी पुलिस दोनों बदमाशों असद और गुलाम की तलाश कर रही थी. ये काफी समय से फरार चल रहे थे, जिसके चलते दोनों पर इनामी राशि पांच लाख रुपये थी. पुलिस ने 13 अप्रैल को झांसी में मुठभेड़ में दोनों को मार गिराया था. असद माफिया अतीक अहमद का बेटा था. असद पर उमेश पाल हत्याकांड में शूटरों के साथ मिलकर साजिश रचने का आरोप था.
अनिल दुजाना
18 हत्याओं और 62 गंभीर आपराधिक मामलों के आरोपी कुख्यात अपराधी अनिल दुजाना को यूपी एसटीएफ ने मार गिराया है. एसटीएफ ने दुजाना को मुठभेड़ में मार गिराया। दुजाना हत्या, रंगदारी, डकैती, जमीन हड़पने और सुपारी लेकर हत्या गिरोह चलाता था. एक अन्य गैंगस्टर सुंदर भाटी जो इस समय जेल में है, दुजाना उसका कट्टर दुश्मन था. भाटी पर एक बार दुजाना ने एके 47 से हमला किया था.
दुजाना ट्रिपल मर्डर केस में भी शामिल था. वेस्ट यूपी के अपराध जगत के दुजाना को भाटी गैंग के बाद सबसे खतरनाक माना जाता था. हालांकि सुंदर भाटी इस वक्त वेस्ट यूपी का सबसे बड़ा गैंगस्टर है जो जेल में जिंदा और सुरक्षित है. दुजाना की मौत के बाद अब भाटी गिरोह सबसे ताकतवर और मजबूत हो गया है.
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